फोर्टिफाईड दूध वितरित किये जाने का निर्णय

जयपुर. राजस्थान सरकार ने राज्य में विटामिन एवं आयरन युक्त फोर्टिफाईड आटा, सोयादाल व तेल की तर्ज पर मार्च 2013 से फोर्टिफाईड दूध वितरित किये जाने का आज प्रशासनिक निर्णय लिया है। प्रतिदिन 16 लाख लीटर दूध को फोर्टिफाईड करने के लिए विटामिन ए व डी की सूक्ष्म पोषक मात्रा मिलायी जायेगी। राज्य सरकार के डेयरी विकास एवं खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री बाबू लाल नागर की अध्यक्षता में आज सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया।
राज्य में कुपोषण की चिन्ताजनक स्थिति के मद्देनजर फोर्टिफाईड आहार की योजना भारतीय स्वास्थ्य प्रबन्धन शोध संस्थान जयपुर एवं ग्लोबल एलायन्स फार इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशियन (गेन), जिनेवा के सहयोग से चलाई जा रही है। अब दूघ को पोष्टिक बनाकर कुपोषण दूर करने की अभिनव व वृहद्ध योजना लागू किये जाने की तैयारी की जा रही है।
परियोजना निदेशक डॉ. ओ.पी. गुप्ता ने बताया कि उच्च स्तरीय बैठक में राजस्थान कोपरेटिव डेयरी फेडरेशन के अध्यक्ष जोगत सिंह बलोत; प्रबन्ध निदेशक मुकेश कुमार आई.ए.एस.; विपणन प्रबन्धक पी.एस. सिद्धू; गेन-जिनेवा के कन्ट्री मैनेजर डॉ. राजन शंकर; सीनियर प्रोग्राम एसोशिएट दीप्ति गुलाटी आई.आई.एच.एम.आर. के निदेशक डॉ. एस.डी. गुप्ता; स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के निदेशक व परियोजना प्रबन्धक जतिन्द्र बीर ने भाग लिया।
डेयरी राज्य मंत्री बाबू लाल नागर ने इस अवसर पर राज्य में कुपोषण को दूर करने में सरस डेयरी द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में 17 प्रोसेसिंग प्लांट्स के माध्यम से दूध को फोर्टिफाईड करके स्वास्थ्य सुधारने में बड़ी पहल बताया।
गेन के कन्ट्री मैनेजर, डॉ. राजन शंकर ने बताया कि फोर्टिफाईड आहार की वजह से कई देशों में आये सकारात्मक परिणाम बहुत उत्साह जनक हैं और बहुत कम लागत से वांछित परिणाम मिल रहे हैं। फोर्टिफिकेशन के जरिये नागरिकों को सभी जरूरी पोषक तत्वों की स्थिति से खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में, सुधार लाने की कोशिश की जा रही है। फोर्टिफिकेशन से भोजन के रंग, स्वाद, महक में कोई बदलाव नहीं होता है बल्कि इसमें मिलाये गये पोषक तत्वों से स्वास्थ्य अच्छा होता है।
कल्याण सिंह कोठारी
मीडिया सलाहकार

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