जयपुर (अशोक लोढ़ा) रामबाग सर्किल, जयपुर स्थित सुबोध शिक्षा समिति द्वारा संचालित एस. एस. जैन सुबोध स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा नेशनल इंस्टीटयूशन रैंकिंग फ्रेमवर्क में भारतीय शिक्षा संस्थानों हेतु जारी रैंकिंग-2024 में 81वाँ स्थान प्राप्त किया है।
यह गौरव है कि कॉलेज श्रेणी में सुबोध स्नातकोत्तर महाविद्यालय लगातार 06 वर्षों से एनआईआरएफ रैकिंग में स्थान बनाने वाला राजस्थान का एक मात्र महाविद्यालय है। इस वर्ष एस.एस. जैन सुबोध पी.जी. महाविद्यालय (ऑटोनोमस) द्वारा 81 वॉ स्थान प्राप्त करना राजस्थान के लिये प्रतिष्ठा का सूचक है। यह रैंकिंग टीचिंग लर्निंग रिसोर्सेस, रिसर्च एण्ड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, आउटरीच, ग्रेजुएशन आउट कम, आउटरीच एण्ड इन्क्लूसिव, पीयर परसेप्शन सहित कई पैरामीटर्स के विस्तृत आधार पर तैयार की जाती है। इसमें राजस्थान से एकमात्र निजी महाविद्यालय सुबोध महाविद्यालय द्वारा इस स्थान को पाना गौरव की बात है। सुबोध महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा सदैव संकाय सदस्यों को अनुसंधान और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता रहा है। संस्था का उद्देश्य अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने के साथ साथ विद्यार्थियों को मूल्यपरक शिक्षा प्रदान कर उनमें कौशल का विकास कर जिम्मेदार नागरिक बनाना भी है। यूजीसी द्वारा महाविद्यालय को ‘कॉलेज विद् पोटेंशियल फॉर एक्सीलेन्स से दो बार दर्जा प्राप्त है। यूजीसी ने
कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा 2014 में दिया है। महाविद्यालय को स्वायत्तशासी दर्जा प्राप्त होना और नेक यूजीसी द्वारा 3.82 सीजीपीए के साथ A++ ग्रेड मिलना इसकी गौरव गाथा के अन्य मील के पत्थर है। इसे डीबीटी स्टार कॉलेज का दर्जा मिला। महाविद्यालय अपनी उत्कृष्टता एवम् नवाचार के क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है। महाविद्यालय में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन, विचार गोष्ठियों, भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति से युक्त परिचर्चा, विषय विशेष के व्याख्यान, खेलकूद एवं तकनीकी कार्यशालाओं के आयोजन महाविद्यालय की गरिमा में अभिवृद्धि के द्योतक है। महाविद्यालय राजस्थान का ही
नहीं बल्कि उत्तर भारत के विशिष्ट एवं प्रख्यात शिक्षण संस्थानों में से एक बहुसंकायिक महाविद्यालय है। सुबोध शिक्षा समिति के मानद मंत्री सुमेर सिंह बोथरा, संयुक्त सचिव, विनोद लोढ़ा, महाविद्यालय के संयोजक अनिल कुमार गोखरू ने इस उपलब्धि का श्रेय पिछले 19 वर्षों से महाविद्यालय के प्राचार्य के रूप में कार्यरत प्रो. के. बी. शर्मा और सभी संकाय सदस्यों को दिया और कहा कि उपरोक्त उपलब्धि सभी के समर्पित प्रयास, कार्यकुशलता, अथक परिश्रम व कर्मठता का ही परिणाम है। सुबोध शिक्षा समिति का इसमें महत्वपूर्ण सहयोग एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। जिसके फलस्वरूप महाविद्यालय ने NIRF-2024 में एक गौरवान्वित स्थान प्राप्त किया है।जादुई व्यक्तित्व और दूरदर्शिता के धनी हैं प्रो. के.बी. शर्मा, प्रो. के.बी. शर्मा का महाविद्यालय में प्राचार्य के रूप में 20वां वर्ष है और सुबोध में सब उन्हें जादूगर कहकर बुलाते हैं क्योंकि सुबोध शिक्षा समिति और उनके सम्मिलित प्रयासों से ही महाविद्यालय नये-नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के. बी.शर्मा ने इस सफलता का श्रेय सुबोध शिक्षा समिति के मार्गदर्शन व सहयोग और महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक व अशैक्षणिक साथियों को देते हुए कहा कि यह सफलता अपने आप में बहुत मायने रखती है क्योंकि गुणवत्ता के सारे मापदंडों पर खरे उतरने के बाद ही हमें यह स्थान प्राप्त हुआ है और साथ ही साथ यह सफलता शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को भी बहुत लाभ पहुंचाने वाली है और इससे राज्य के सभी विधार्थियों का शैक्षणिक उन्नयन संभव होगा।
