राहुल की ताजपोशी की तैयारी में कांग्रेस, शाम तक ऐलान संभव!

राजस्थान में चल रहे चिंतन शिविर के दूसरे दिन राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी में बड़ी जिम्मेदारियां देने की लगभग सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। चर्चा जोरों पर हैं कि आज आठ बजे तक राहुल को लेकर पार्टी कोई बड़ा ऐलान कर सकती है। पांच एजेंडों को लेकर जारी कांग्रेस का चिंतन शिविर आज समाप्त हो जाएगा। चिंतन शिविर में कांग्रेस का राजनीतिक प्रस्ताव पेश कर दिया गया है। प्रस्ताव में एक बड़ी बात यह कही गई है कि भाजपा से संबंध जिलाध्यक्ष, प्रदेशाध्यक्ष और राज्यों के प्रभारी कोई चुनाव नहीं लड़ सकते। चुनाव लड़ने के लिए उन्हें संबंधित पद छोड़ने होंगे।

कांग्रेस अपने पांचों एजेंडों पर आज मुहर लगा देगी और रविवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की जो बैठक होगी, उसमें इन एजेंडों को पार्टी के तौर पर अपनाया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि राहुल गांधी के सभी सुझावों को मंजूर कर लिया जाएगा। राहुल ने जो सुझाव दिए हैं, उसके मुताबिक दो बार हारने वाले उम्मीदवार को फिर पार्टी का टिकट नहीं मिलेगा। पार्टी प्रभारियों को भी चुनाव ना लड़ने की सलाह दी गई है। इसके अलावा सुझाव ये भी है कि चुनाव से तीन साल पहले ही उम्मीदवार के नाम का एलान होना चाहिए।

उधर, राहुल गांधी को पार्टी में बड़ी भूमिका देने को लेकर तस्वीर काफी हद साफ होने से उत्साहित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जयपुर में जश्न की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।

पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने भी इस बात की ओर संकेत दिए हैं कि राहुल गांधी को पार्टी की नेताओं की मंशा के मुताबिक नई जिम्मेदारी दी जाएगी, जिसकी औपचारिक घोषणा भी जल्द ही की जाएगी। कांग्रेस की युवा ब्रिगेड जहां राहुल गांधी के हाथों में पार्टी और देश की कमान सौंपे जाने की मांग कर रही है, वहीं पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता भी इस राय से जुदा नहीं है।

पार्टी में उठ रही इस मांग के मद्देनजर संसदीय कार्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा है शनिवार शाम तक इस शिविर से एक बड़ी घोषणा की जा सकती है। पार्टी के चिंतन शिविर में जुटे नेताओं ने राहुल गांधी को देश की कमान सौंपने के लिए जो आवाज बुलंद की है उस पर आज मुहर लगाए जाने की अटकलें लग रही हैं। कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट ने राहुल गांधी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की वकालत की है। वहीं, पार्टी के नेता बेनी प्रसाद वर्मा ने यहां तक कह दिया है कि राहुल गांधी के अलावा पार्टी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। मणिशंकर अय्यर ने भी कहा है कि यदि राहुल आगे आते हैं तो उनका स्वागत है।

यह पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेदारी देने या फिर उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय करने को लेकर पार्टी नेता एक राग अलाप रहे हैं। इससे पहले भी लगभग हर मौके और हर स्तर पर इस तरह की मांग पार्टी नेतृत्व के आगे आती रही है। सोनिया गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं की मांग पर एक बार तो उन्हें चुप रहने तक की सलाह दे डाली थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी में राहुल को क्या जिम्मेदारी देनी या लेनी है यह वह खुद तय करेंगे।

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