साहित्य समारोह आयोजकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग

जयपुर/ राज्य के विभिन्न दलित संगठनों ने जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल मंे दलित विरोधी बयान देने वाले लेखक आशीष नंदी की गिरतारी की मांग की है।
दलित आदिवासी एवं घुमन्तु अधिकार अभियान राजस्थान (डगर), डॉ. अम्बेडकर सांस्कृतिक विचार मंच, दलित अधिकार नेटवर्क, दलित शक्ति अभियान, आदिवासी अधिकार मंच, डॉ. अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी एवं सोसायटी फोर सोशल जस्टिस आदि संगठनों ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर मांग की है कि जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल की आयोजक नमिता गोखले, डिग्गी पैलेस के मालिक रामप्रताप सिंह और विवादित बयान देने वाले लेखक आशीष नंदी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये। दलित नेता भंवर मेघवंशी ने दलित संगठनों की ओर से जारी बयान में कहा है कि जयपुर साहित्य समारोह में जानबूझकर दलित, आदिवासी तथा पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ बोलने वाले लेखकों को बुलाया जाता है। उन्होंने जयपुर साहित्य समारोह को पूर्णतः मनुवादी और दलित विरोधी समारोह करार देते हुए इसके बहिष्कार की घोषणा की है। मेघवंशी ने कहा है कि वे आशीष नंदी, नमिता गोखले तथा रामप्रताप सिंह के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करवायेंगे। दलित लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने जयपुर लिटरेचर समारोह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘‘यह साहित्य के नाम पर शराब समारोह है जिसमें कई लेखक और वक्ता नशे में धुत होकर वंचित वर्ग के खिलाफ बकवास करते है।’’
दलित बुद्धिजीवी एवं सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल वर्मा, परशराम बंजारा, दौलतराज नागोड़ा, लखन सालवी, रतननाथ कालबेलिया, देबी लाल मेघवंशी, नवीन नारायण, गणपत लाल मेहरा, पैपाराम बारूपाल, अशोक मेघवाल आदि ने जयपुर साहित्य समारोह को दलित पिछड़ा विरोधी मानसिकता का समारोह बताते हुये इसके आयोजन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

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