राजस्थान कांग्रेस में होगा बदलाव

वसुंधरा राजे के राजस्थान भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद अब कांग्रेस में भी कसरत शुरू हो गई है। वसुंधरा के जवाबी हमले के लिए कांग्रेस कार्यसमिति में जहां राजस्थान को महत्व मिलेगा वहीं मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भी बदला जाएगा। वहीं अशोक गहलोत मंत्रिमण्डल में भी बदलाव की कसरत शुरू हो गई है। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था पार्टी कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) में राजस्थान से केन्द्रीय मंत्री सीपी जोशी अथवा सांसद गिरिजा व्यास को स्थान मिल सकता है।

कार्यसमिति का पुनर्गठन इसी माह होने की संभावना है। इसी के साथ राष्ट्रीय और प्रदेश संगठन में भी बड़ा बदलाव किया जाना लगभग तय माना जा रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति में अभी राजस्थान से मोहन प्रकाश है। मोहन प्रकाश के पास गुजरात के प्रभारी का भी काम है।

गुजरात चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद माना जा रहा है कि उनको कार्यसमिति से बाहर का रास्ता दिखाकर उनके स्थान पर सीपी जोशी या गिरिजा व्यास को लेने की संभावना है।

जोशी को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और गिरिजा व्यास को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नजदीक माना जाता है। कार्यसमिति पार्टी के सभी महत्वपूर्ण फैसले करती है। लोकसभा और विधानसभा के चुनाव के समय टिकट वितरण में अंतिम फैसला भी यही कमेटी करती है। इस नाते इसका सदस्य बनने से पार्टी में नेता का कद काफी बढ़ जाता है।

राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और जो भी नेता इसका सदस्य बन पाने में सफल हो जाएगा, टिकट वितरण में उसकी भूमिका महत्तवपूर्ण हो जाएगी। इधर भाजपा में वसुंधरा राजे की प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद कांग्रेस में भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर नया चेहरा लाया जा सकता है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभान की जगह किसी नए नेता को कमान सौंपने की अटकलें शुरू हो गई हैं।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अगले माह तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बदलाव संभव है। वहीं विधानसभा चुनाव के लिहाज से अशोक गहलोत सरकार में कुछ मंत्रियों को हटाकर जातिगत एवं जनाधार वाले नेताओं मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने को लेकर कसरत शुरू हो गई है। प्रदेश प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस कसरत में जुटे है।

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