धर्मान्तरण के खिलाफ संघ छेड़ेगा मुहिम

sangजयपुर । पाकिस्तान में अत्याचारों से त्रस्त होकर भारत आए शरणार्थियों को देश की नागरिकता और सुविधाएं देने तथा धर्मान्तरण रोकने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुहिम छेड़ेगा।

संघ बांग्लादेश और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर भी चिंतित है। इसके साथ ही कश्मीर में अलगाववाद, उत्तर-पूर्व में घुसपैठ रोकने तथा राष्ट्रीय विचारधारा के प्रवाह के लिए इन क्षेत्रों में संघ पूर्णकालिक प्रचारकों की संख्या बढ़ाएगा। इन क्षेत्रों में संघ के कार्यविस्तार में कौनसी बाधाएं है और उनसे कैसे निपटा जाए, इसका भी खाका तैयार कर लिया गया है।

सूत्रों के अनुसार संघ की जयपुर के जामड़ोली में हो रही बैठक में कई अहम मसलों पर चर्चा होनी है।

संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित अन्य दिग्गजों की मौजूदगी में हो रही बैठकों में देश में उत्तर-पूर्व में घुसपैठ और धर्मान्तरण पर गहरी चिंता जताई गई है। धर्मान्तरण को लेकर देश भर से आंकड़े जुटाए गए, जिनमें सामने आया है कि कुछ शहरों की कच्ची बस्तियों में गरीबों का धर्मान्तरण हो रहा है। इसके उदाहरण भी दिए गए है।

संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के एजेंडें और प्रस्ताव की तैयारी के लिए चल रही बैठक के विभिन्न सत्रों में देश के राजनीतिक हालात और राजनीति में भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा हुई। इसमें संघ-भाजपा के रिश्तों तथा आगामी चुनाव में स्वयंसेवकों की भूमिका को लेकर भी चिंतन किया गया। कल से शुरू होने वाली प्रतिनिधि सभा में यह तय हो जाएगा कि स्वयंसेवक चुनाव में अपनी भूमिका किस तरह से निभाएंगे। संघ की प्रतिनिधि सभा में संघ की कार्यकारिणी किस तरह काम करेगी, किस प्रचारक को कहां लगाया जाएगा, किसे क्या दायित्व सौंपा जाएगा, इसका निर्णय भी किया जाएगा।

संघ से भाजपा में कितने और कौन-कौनसे प्रचारक किन राज्यों में तथा राष्ट्रीय स्तर पर संगठन महामंत्री और मंत्री के रूप में लगाए जाएंगे, यह भी इसी बैठक में तय होगा। राजस्थान को संगठन महामंत्री मिलेगा या नहीं, यह बैठक के बाद साफ हो जाएगा। उत्तर-पूर्व और कश्मीर जैसे क्षेत्रों में काम करने में रुचि रखने वाले प्रचारकों के नामों पर भी मोटे तौर पर चर्चा हो चुकी है। इधर भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरुवार को समन्वय बैठक में भाग लिया।

अब शुक्रवार से शुरू होने वाली प्रतिनिधि सभा में भी वे मौजूद रहेंगे। पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आड़वाणी, पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, वसुंधरा राजे सहित कुछ भाजपा नेता भी शामिल हो सकते है।

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