कटौती प्रस्तावों से किरण ने रखा राजसमंद का पक्ष

kiran4जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने आज पेयजल एवं जल संसाधन विभाग की मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इन प्रस्तावों के माध्यम से राजसमंद विधानसभा की समस्याओं पर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट किया।
किरण ने राजसमंद में नगरीय संरचना विकास के कार्यों की जांच, पाईप लाईन विस्तार, नगर में 24 घंटे जलापूर्ति, ग्रामीण क्षेत्रों में कुँए खोदने की विभागीय दरों में वृद्धि, राजसमंद को पेयजल के अतिदोहित क्षेत्र से मुक्त करने, पोदावली, भाणा, पड़ासली, खटामला, बडारड़ा में पेयजल योजना स्वीकृत करने की मांग की।
किरण ने एमड़ी, पीपली आचार्यान, साकरोदा, बामनटूंकड़ा, बडारड़ा, पड़ासली, मजा, नान्दोड़ा, चंपाखेड़ी, रामपुरिया, रगसपुरिया के पेयजल समस्या पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। सरकार ने पेयजल योजनाओं को पंचायतों को हस्तान्तरित कर दिया किन्तु इनके विद्युत उपयोग के विपत्रों के व्यय की कोई व्यवस्था नहीं की। पंचायतें विद्युत उपयोग के विपत्रों की राशि जमा नहीं करवा पा रही है। जवासिया, गांगास, धूलखेड़ा, कोटड़ी, काबरा,सुनेरिया खेड़ा, खड़बामणियां, राजपुरा में पेय जल समस्या एवं भूजल स्तर में कमी पर सरकार से ध्यान देने का अनुराध किया। विद्युत खर्चों का भुगतान नहीं होने के कारण बंद हो गए पनघटों को पुनरू चालु करवाया जाए।
किरण ने जल संसाधन विभाग की मांगों पर चर्चा करते हुए देवास तृतीय एवं चतुर्थ चरण से राजसमंद झील में जल लाने की मांग की। बनास नदी पर कानाखेड़ा, कुरज, आंकड़िया भैरूजी, जीतावास एवं गिलूण्ड में काजवे का शिलान्यास 1.5 वर्ष पूर्व किया गया किन्तु अभी तक कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ। बिसलपुर योजना के नाम पर जिले में एनिकट निर्माण पर रोक को समाप्त किया जाए। बनास के जल पर प्रथम अधिकार राजसमंद जिले का है।

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