जयपुर। आलीशान आश्रम की भव्य कोठरी में रहने वाले आसाराम की जोधपुर सेंट्रल जेल में पहली रात बहुत कठिन रही। बेचैन बापू पूरी रात करवटें बदलते रहे। जेल में आसाराम को अन्य बंदियों से अलग कमरे में रखा गया है, जिसमें कूलर, पंखे की सुविधा है। इसी कमरे में चर्चित भंवरी देवी अपहरण एवं हत्या मामले के आरोपी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा भी रहे थे। कमरे में उन्हें पलंग, बिस्तर और कंबल दिया गया, लेकिन वे जमीन पर चटाई बिछाकर लेटे।
जेल कर्मचारियों के मुताबिक, आसाराम को शाम साढ़े पांच बजे अदालत से जेल लाया गया, लेकिन वे रात करीब एक बजे तक तो सोए नहीं थे। उसके बाद ही उन्हें नींद आई। उनके कमरे के बाहर ड्यूटी कर रहे संतरी ने बताया कि बापू चार बजे ही उठकर तैयार हो गए। इसके बाद उन्होंने पूजा की। सुबह उनकी आंखों में सूजन थी और चेहरा उतरा हुआ था।
आसाराम को जेल में आवश्यक दवाइयों के साथ ही कपड़े और फल रखने की अनुमति दी गई है। सोमवार रात को उन्होंने जेल की दाल-रोटी खाने के बजाय फल खाया और दूध पिया और मंगलवार सुबह गुड़-चने के नाश्ते के साथ जूस पिया। आसाराम को योग व साधना करने की अनुमति दी गई है।
जोधपुर जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा का कहना है कि मंगलवार सुबह आसाराम की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें वे स्वस्थ्य पाए गए। प्रतिदिन उनकी जांच होगी और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।