भैरोंसिंह शेखावत को ठेंगा, उनकी पत्नी को सलाम
कहते हैं राजनीति में सब कुछ जायज है। साम, दाम, दंड, भेद सब कुछ। वाकई सही है। स्वार्थ की खातिर आदमी उन्हीं कंधों को ठोकर मार देता है, जिनके सहारे वह ऊपर चढ़ा है और हर उस को भी अपना माई-बाप बना लेता है, जिससे स्वार्थ पूरा हो रहा हो। कुछ ऐसा ही वाकया पेश … Read more