संघ,केन्द्र के फार्मुले में लटकी मंत्री, विधायकों पर तलवार
मलैया,गौर,महदेले,सरताज,शेजवार, पारस जैन की हो सकती है छुट्टी
-डा. एल. एन. वैष्णव- भोपाल / मध्यप्रदेश सरकार के कुछ मंत्री एवं विधायकों की छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है? सूत्र बतलाते हैं कि मार्च 2015 तक एक बडा फेरबदल होने की पूरी संभावना है इसके लिये कार्य प्रारंभ हो चुका है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सहमति एवं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तय किये गये नियमों के तहत एैसे सभी मंत्रियों को हटा दिया जायेगा जिनकी उम्र 65 बर्ष या उससे अधिक हो चुकी है। देखा जाये तो केंन्द्र सरकार के मंत्री मण्डल में पहले ही इस प्रधान मंत्री ने जगह एैसे सांसदों को नहीं दी थी। वहीं एैसे मंत्रियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में पार्टी को नगरीय निकाय में सफलता नहीं मिल सकी। कहने का मतलब साफ है कि इस सर्जरी का बडा कारण एक तो उम्र होगी एवं दूसरा होगा प्रदर्शन,जिससे निश्चित रूप से अनेक कदवर मंत्री प्रभावित होने की पूरी संभावना बतलायी जा रही है। सूत्र बतलाते हैं कि उक्त सर्जरी में उम्र एवं प्रदर्शन को आधार मानकर कार्य किया जायेगा। जिससे युवा विधायकों को मौका एवं युवाओं को अधिक पार्टी से जोडने में भी सफलता प्राप्त हो सकेगी। विदित हो कि नरेन्द्र मोदी ने पार्टी के बरिष्ठ लालकृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी ेको भी स्थान नहीं देकर इस प्रकार के संकेत पूर्व में ही दे दिये थे।
इनकी हो सकती है छुट्टी-
मध्यप्रदेश सरकार के जिन मंत्रियों की छुट्टी तय मानी जा रही है। उनमें राज्य के गृह मंत्री बाबूलाल गौर का नाम सबसे उपर बतलाया जाता है। 02 मई 1930 को जन्मे श्री गौर इस समय लगभग 84 बर्ष के हैं। दूसरे नम्बर पर आती हैं मंत्री कुसुम महदेले जिनका जन्म 15 अगस्त 1943 को हुआ था जिसके हिसाब से वह इस समय 71 बर्ष की हैं। तीसरे नम्बर पर नाम आता है मंत्री जयंत कुमार मलैया का जो दमोह के विधायक एवं प्रदेश में वित्त एवं जल संसाधन मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभाग का दायित्व संभाल रहे हैं। श्री मलैया का जन्म 20 फरवरी 1947 को हुआ था इस हिसाब से देखा जाये तो वह 67 बर्ष के हैं। वहीं कुछ एैसे मंत्रियों के नाम भी हैं जो 65 बर्ष के करीब हैं जिनकी भी छुट्टी हो सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें मंत्री गौरीशंकर शेजवार का नाम है जिनका जन्म 01 जुलाई 1950 को हुआ था एवं वह इस समय 64 बर्ष के हैं। वहीं मंत्री पारस जैन भी 64 बर्ष के हैं इनका जन्म 20 जून 1950 का है,उक्त दोनो मंत्री 65 वें बर्ष में चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लगभग ढेड दर्जन से अधिक विधायकों की संख्या भी 65 बर्ष के अधिक उम्र की बतलायी जाती है।
इनकी हो सकती है बल्ले बल्ले-
उक्त नियम के तहत होने वाले फेरवदल में जिन विधायकों एवं पूर्व मंत्रियों को लाभ मिल सकता है। उनमें
पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, रंजना बंघेल, जगदीश देवड़ा, महेंद्र हार्डिया सहित रमाकांत तिवारी, केदारनाथ शुक्ल, गिरीश गौतम, भंवर सिंह शेखावत, चौधरी चंद्रभान सिंह, केडी देशमुख, जयभान सिंह पवैया आदि के नाम बतलाये जाते हैं।
युवाओं पर नजर-
उक्त फार्मुले से पार्टी युवाओं पर ध्यान केंद्रित करने की योजना पर कार्य कर रही है। विदित हो कि मध्यप्रदेश में मतदाताओं की संख्या 04 करोड 64 लाख 42 हजार 852 बतलायी जाती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें से 18 से 19 बर्ष के मतदाताओं की संख्या 22 लाख 59 हजार 243 यानि 30.20 प्रतिशत तथा 20 से 29 बर्ष के मतदाताओं में 01 करोड 40 लाख 25 हजार 514 बतलायी जाती है। पार्टी संगठन अब युवाओं को ज्यादा-ज्यादा जोडने पर कार्य प्रारंभ पूर्व में ही कर चुका है।