हरियाणा के बाद दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा

early-monsoon-rains-lash-delhi-and-haryanaनई दिल्ली। समय से पंद्रह दिन पहले पहुंचे मानसून ने लोगों के लिए जगह-जगह परेशानी खड़ी कर दी है। दिल्ली जहां बाढ़ के खतरे को झेल रही है वहीं हरियाणा के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मुंबई और पुणे में भी भारी बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पिछले चौबीस घंटों के दौरान दिल्ली में 124 मिमी., हरियाणा में 34 मिमी., मुंबई में 151 मिमी. और पुणे में 31 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है।
भारी बारिश के चलते हरियाणा बाढ़ की चपेट में है, वहीं दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से अब तक 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। दोपहर बाद तक यह पानी करीब साढ़े आठ लाख क्यूसेक पर पहुंच जाने की संभावना है। यह पानी आज शाम तक दिल्ली पहुंच सकता है। इसके चलते यमुना का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है, जिससे यहां पर बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है।
यमुननगर में दर्जनों गांव पानी में डूबे हुए हैं। लापरा गांव में कल शाम से एक टापू पर 52 लोग पानी के बीच फंसे हुए हैं। इनमें से 26 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब भी इतने ही लोग यहां फंसे हुए हैं। दिल्ली से सिर्फ साढ़े तीन घंटे की दूरी पर मौजूद हरियाणा के यमुनानगर जिला में जहां नजर दौड़ाओ पानी ही पानी नजर आता है। हरियाणा के सिंचाई विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने आज आनन-फानन में एक बैठक बुलाई है। बैठक में पूरे हालात की समीक्षा की जा रही है।
वहीं पश्चिम में मुंबई भारी बारिश के चलते पानी-पानी हो गई है। मुंबई महानगर पालिका ने मुंबईवासियों से अपील की है कि वह बहुत जरूरत होने पर ही घर के बाहर निकलें। मुंबई में बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसकी वजह से केंद्रीय रेलवे लाइन पर उपनगरीय रेलसेवाएं भी प्रभावित हो गई हैं। केंद्रीय लाइन पर मस्जिद और बायकुला स्टेशन पर जलभराव के कारण दादर-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल लाइन पर चलने वाली रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया।
पुणे में भी भारी बारिश के कारण एक आवासीय परिसर की दीवार गिरने से चार की मौत हो गई। कल रात से लगातार हो रही भारी बारिश से कई रास्तों पर पेड़ टूटकर गिर गए हैं, जिससे यातायात तो प्रभावित हुआ ही है साथ ही कई जगहों विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।

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