खलबली हैं खलबली

पंडित दयानन्द शास्त्री
पंडित दयानन्द शास्त्री
मित्रों, आखिर क्यों हैं इतनी बेचैनी और खलबली इन खिसयानी बिल्लियों और खान्ग्रेसियों में —-
01.–मित्रों, सम्मान या अवार्ड वापसी(टॉलरेन्स या सहिष्णुता) का असली कारण समझते हैं आप ??? पिछले दिनों जब से केंद्र सरकार ने फर्जी NGO एवम् उनके लेन देन पर रोक एवम् छानबीन का आदेश जारी किया तब से एकदम या एकाएक इन “तथाकथित” बिद्धिजीवियों और इनके सम्मान वापसी कार्यक्रम में वृद्धि हो गयी हैं।।
आखिर क्यों ???
जरा सोचिये और समझिये की आखिर ये सभी कुछ अभी इस समय बिहार चुनाओं के समय ही
क्यों हुआ ??
विशेष रूप से ध्यान देने वाली बात यह हैं की ये सभी लेखक,कवि एवम् फिल्मकार और साहित्यकार उस जमाने से उसी बुद्धिजीवियों की पार्टी से किसी ना किसी रूप से जुड़े हुए थे।।
किसी को कोई पोस्ट या पद मिला हुआ था या उसके NGO को मिलने वाली हेल्प/ सहायता बंद हो गई हैं जो उसकी अपनी बुद्धिजीवी सरकार द्वारा मिलती थी और केंद्र सरकार के आदेश के बाद प्रभावित हो गई हैं।।
जरा सोचिये..!!!
आखिर क्यों हो रहा हैं ये सब कुछ ???
अरे बरसों के बाद भारत आगे बढ़ रहा हैं।। चीन को पसीना आ गया हैं अपने सामान बेचने में।।
आर्थिक हालात भी सुधर रहे हैं।। दुनिया तारीफ कर रही हैं मोदी सरकार द्वारा उठाये गए कदमो की।।।
02.—दूसरा सबसे बड़ा कारण जो आपको नजर या समझ नहीं आ रहा हैं, वो हैं छोटा राजन की गिरफ्तारी और उसका भारत वापस आना।। आप समझ सकते हैं ना की क्यों और कौन कौन हैरान परेशान हैं छोटा राजन की भारत वापसी से।।
अरे वही लोग होंगें जो कभी नहीं चाहते हैं की दाऊद गिरफ्तार होकर भारत वापस लाया जाएँ।।
सोचिये की वे लोग कोन हो सकते हे।। दाऊद के भारत आने से किसका पोल खुलेगा ??
किसके हित और अहित होंगें ??
परदे के पीछे किसका दिमाग चल रहा हैं और क्यों ??
मित्रों, ये सवाल केवल टॉलरेन्स या सहिष्णुता का ही नहीं हैं।। बहुत कुछ हैं इस साजिश के पीछे।।

error: Content is protected !!