तभी दिवाली पूरी

नटवर विद्यार्थी
नटवर विद्यार्थी
सिर्फ़ दिवाली यही नहीं कि
लक्ष्मी का पूजन हो ।
धन-दौलत की बौछारों से ,
भरा हुआ आँगन हो ।

सिर्फ़ दिवाली यही नहीं कि
साफ़-सफाई कर लें ।
सभी सजावट की चीजों से ,
घर का रूप निखर लें ।

सिर्फ़ दिवाली यही नहीं कि
मिष्ठानों को खाएं ।
कुछ घर में, कुछ बाजारों से,
डिब्बे भरकर लाएं ।

सिर्फ़ दिवाली यही नहीं कि
छोड़े ख़ूब पटाखे ।
और धमाके करते जाएं ,
सबको दिखा-दिखा के ।

सिर्फ़ दिवाली यही नहीं कि
वस्त्र नए सिलवाएं ।
एक दूसरे के घर-आँगन,
अभिनंदन को जाएं ।

दिवाली पर ये सब बातें ,
होना बहुत ज़रूरी ।
मन का मैल यदि धुल जाए,
तभी दिवाली पूरी ।
-नटवर विद्यार्थी
9414548148

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