पितरों के मोक्ष का रास्ता खोलती है इंदिरा एकादशी

इस गजब संयोग से लें व्रत का लाभ
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आज यानी 25 सितम्बर को इंदिरा एकादशी है। आश्विन महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को इंदिरा एकादशी कहा जाता है। श्राद्धपक्ष में पड़ने के कारण इस एकादशी का महत्व बहुत बढ़ जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि जो पितर लगातार यमराज का दंड का भागी रहता है तो उसके परिजन इस व्रत को करने के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। संयोग की बात यह है कि इस दिन मंगल ग्रह राशि परिवर्तन करके कन्या में संचान करने जा रहे हैं। इसलिए इस एकादशी का महत्व और भी बढ गया है।

यमलोक से मिलती है मुक्ति
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इंदिरा एकादशी के व्रत से मनुष्य को यमलोक की यातना का सामना नहीं करना पड़ता है। पद्म पुराण में तो यह भी कहा गया है कि श्राद्ध पक्ष में आने वाली इस एकादशी का पुण्य अगर पितृगणों को दिया जाए तो नरक में गए पितृगण भी नरक से मुक्त होकर स्वर्ग चले जाते हैं। साथ ही उनको बैकुंठ धाम की प्राप्ति भी होती है।

एकादशी का महत्व
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पद्म पुराण के अनुसार, सच्चे मन से जो भी भक्त इंदिरा एकादशी का उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करता हैं, उनको बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है और उनके पितृगण भी नरक से मुक्त होकर स्वर्ग चले जाते हैं। उपवास रखने से आत्मा को जन्म-मरण के चक्कर से मुक्ति मिल जाती है। पुराणों में बताया गया है कि जितना पुण्य कन्यादान, हजारों वर्षों की तपस्या और उससे अधिक पुण्य एकमात्र इंदिरा एकादशी व्रत करने से मिल जाता है।

इंदिरा एकादशी: व्रत तिथि व मुहूर्त
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इंदिरा एकादशी व्रत तिथि: 25 सितंबर, दिन शनिवार
द्वादशी को पारण का समय: 6:15 से 08:38 बजे तक (26 सितंबर)
एकादशी तिथि आरंभ: 16:42 बजे (24 सितंबर)
एकादशी तिथि समाप्त: 14:09 बजे (25 सितंबर)

व्रत में क्या करें और क्या ना करें
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इंदिरा एकादशी व्रत के विधान में बताया गया है कि इस दिन विष्णु सहस्रनाम और विष्णु सतनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। अगले दिन द्वादशी तिथि को व्रत का परायण करना चाहिए। सदाचार का पालन करना चाहिए और सच्चे मन से पूजा पाठ करना चाहिए ताकि पितरों को मुक्ति मिल सके। जो लोग यह व्रत नहीं कर पा रहे हों उन्हें इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन सात्विक भोजन करें और परनिंदा से बचना चाहिए। शास्त्रों में बताय गया है कि जो सात्विक आचरण करते हैं उन्हें भी पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन लहसुन, प्याज, बैंगन, मांस-मदिरा, पान-सुपारी और तंबाकू से परहेज रखना चाहिए।

राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9611312076
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