संस्कृति द स्कूल ने मनाया 15 वॉ स्थापना दिवस

(स्कूल में रक्तदान कैम्प व वृक्षारोपण का हुआ आयोजन)
9 जुलाई 2018 – संस्कृति द स्कूल ने सादगी एवम् अर्थपूर्ण रूप में अपना 15 वॉ स्थापना दिवस मनाया । आज के ही दिन विद्यार्थियों की कार्यकारिणी ने अपनी जिम्मेदारी संभाली तथा कर्त्वयनिष्ठा की शपथ ली । हेडब्वॉय प्रणव माथुर तथा हेडगर्ल देवयानी कच्छावा के साथ वाइस हेडब्वॉय ईषान दत्ता, वाइस हेडगर्ल रिषिका भल्ला, स्पोर्टस कैप्टन श्यामजी नामधारी, कल्चरल सैकेट्री अर्चा बंसल, एकेडमिक सैकेट्री निखिल बदलानी ने अपने भाषण में विष्वास दिलाया की विद्यालय के उत्तरोत्तर विकास में वे अपनी प्रत्यक्ष तथा सषक्त भूमिका निभाएंगे । उन्होंने सभी विद्यार्थियों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए पद की गरिमा बनाए रखने का आष्वासन दिया । सभी चयनित विद्यार्थियों को वि़द्यालय के पदाधिकारियों ने बैज पहनाकर पद की अधिकारिक जिम्मेदारी प्रदान की । इसी के साथ चारों हाऊस क्रमषः पेगेसिस, हरक्यूलिस,ऑरायन तथा सिग्निस के प्रतिनिधियों ने भी हाऊस केप्टीन के साथ शपथ ली कि वे अपना अमूल्य योगदान देकर हाऊस को ऊचाइयों पर पहुचायेंगे ।
हर वर्ष की भांति इस बार भी विद्यालय ने स्थापना दिवस पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया । विद्यालय के पदाधिकारी चेयरमैन सीताराम गोयल, डाईरेक्टर मुकेष गोयल, प्राचार्य ले.कर्नल ए.के.त्यागी, अभिभावकों, अतिथियों तथा कक्षा तीन से आठ के विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया तथा पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली ।
स्थापना दिवस को नया आयाम देते हुए विद्यालय में महावीर इण्टरनेषनल के सौजन्य से रक्तदान षिविर का आयोजन किया गया । विद्यालय मैनेजमेन्ट, स्टाफ, विद्यार्थियों व अभिभावकों ने स्वैच्छिक रक्तदान में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर 40 युनिट ब्लड डोनेट किया गया ।
विद्यालय प्राचार्य ले. कर्नल ए.के.त्यागी ने विद्यार्थियों की नवकार्यकारिणी को पद की बधाई देते हुए पूर्ण निष्ठा से कार्य करने की सलाह दी साथ ही समझाया कि उन्हें अधिकारों का दुरूपयोंग नही करना है । सबको साथ लेकर कार्य करना है । प्राचार्य महोदय ने जिन विद्यार्थियों का कार्यकारणी में चयन नही हुआ उन्हें निराष न होते हुए और अच्छा कार्य करने की प्रेरणा दी साथ ही व्यक्तित्व विकास के गुर बताए ।
विद्यालय चेयरमैन सीताराम गोयल ने विद्यालय के 14 साल के इतिहास को सफलतम बताते हुुए विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र किया । उन्होंने प्रारम्भ से विद्यालय में पढ़ रहें विद्यार्थियों का भी उल्लेख करते हुए अपेक्षा कि की मात्र कार्यकारिणी ही नही सभी को विद्यालय विकास में अपना योगदान देना होगा ।

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