बीसलपुर बांध में जल उपलब्धता अनुसार विभाग ने किया पेयजल प्रबंधन

अजमेर, 11 सितम्बर। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने अजमेर जिले के समस्त निवासियों से अपील है कि वे पानी की हर बूंद को अमूल्य मानते हुऎ इस प्राकृतिक आपदा के समय जल प्रबन्धन में सहयोग करें तथा उपलब्ध जल का मितव्यतापूर्ण उपयोग करें।
विभाग ने इस वर्ष वर्षा ऋतु में अब तक बीसलपुर बांध में अतिअल्प पानी की आवक होने के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने तथा सजगता के साथ जल उपयोग हेतु सहयोग की अपील की है।
स्टेट लेवल रिव्यू कमेटी ऑफ बीसलपुर प्रोजक्ट द्वारा वर्ष 1991 में बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर एवं टोंक को पेयजल आपूर्ति हेतु 16.2 टीएमसी का प्रावधान रखा गया था। अजमेर जिले हेतु 5.1 टीएमसी तथा जयपुर एवं टोंक हेतु कुल 11.1 टीएमसी जल आरक्षित किया गया था।
बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 38.7 टीएमसी है, जिसके विरूद्ध वर्तमान में मात्र 9 टीएमसी जल उपलब्ध है। बांध की कुल भराव क्षमता 315.5 मीटर आर.एल है तथा वर्तमान में बांध का जल स्तर 309.34 मीटर आर.एल है। इस वर्ष, वर्षा ऋतु में बांध के कैचमेंट क्षेत्र अजमेर, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तोड़ एवं उदयपुर में औसत से लगभग 20 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
इस वर्ष बीसलपुर बांध में, अबतक मात्र 20 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है, जो कि लगभग 2.2 टीएमसी है। यदि जलापूर्ति का स्तर 01.09.2018 से पूर्व के अनुसार रखा जाता है तो बांध में उपलब्ध जल अधिकतम माह फरवरी 2019 तक समाप्त हो जायेगा।
उपलब्ध जल को 2019 की वर्षा ऋतु तक चलाने के लिये 01.09.2018 से जलापूर्ति स्तर में 20 प्रतिशत की कटौती जयपुर, अजमेर एवं टोंक जिलों में की गई है। भविष्य में बीसलपुर बांध में पानी की आवक को देखते हुए अग्रिम आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। उक्त कटौती के उपरान्त भी अजमेर शहरवासियों हेतु 90 लीटर जल प्रति व्यक्ति उपलब्ध कराया जा रहा है।
अजमेर शहर में पेयजल से सम्बन्धित मुख्य मुद्दा, जल वितरण संरचना पर्याप्त नहीं होना है। उक्त कमी को दूर कर शहर में 24 घण्टे के अन्तराल पर जल उपलब्ध करवाने की विस्तृत योजना बनाकर, स्मार्ट सिटी एवं अमृत योजना के अन्तर्गत मई 2018 मे, रूपये 103 करोड का कार्यादेश जारी कर, कार्य की क्रियान्विति की जा रही हैं। इसकें अन्तर्गत 94 किलोमीटर पाइप लाईन, 6 जलाशय, 2 पम्प हाउस, अत्याधुनिक स्काडा सिस्टम, एनआरडब्ल्यू कम करने के लिये मीटरिंग सिस्टम तथा एस्को के तहत पम्प स्थापित करने के कार्य प्रगति पर है।
वर्तमान स्थिति को देखते हुऎ जिले में आगामी वर्षा ऋतु के प्रारंभ तक पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से बनाये रखने के लिये कन्टीजेन्सी प्लान बनाया गया है जिससे लगभग 60 एमएलडी अतिरिक्त पानी उपलब्ध होने की सम्भावना है।
उपरोक्त स्थिति को देखते हुये जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने अजमेर जिले के समस्त निवासियों से अपील है कि पानी की हर बूंद को अमूल्य मानते हुऎ इस प्राकृतिक आपदा के समय जल प्रबन्धन में सहयोग करें तथा उपलब्ध जल का मितव्यतापूर्ण उपयोग करने हेतु निवेदन किया हैं।

पेयजल वितरण के लिए समय सारिणी बनाकर क्रियान्वित करने के निर्देश
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री नेमाराम परिहार ने मंगलवार को अपने कार्यालय में समस्त अभियंताओं की बैठक लेकर पेयजल वितरण व्यवस्था की समीक्षा की तथा निर्देशित किया कि पेयजल वितरण की समय सारिणी बनाकर उसे यथा संभव क्रियान्वित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जोन में पर्याप्त पानी ठीक प्रेशर से मिले इसके लिए जोनवार समय सारिणी बनायी जाए ताकि हर क्षेत्र में पर्याप्त पानी उपलब्घ हो सके।
इस मौके पर विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री सत्येन्द्र सिंह, अधीशाषी अभियंता श्री संपत जीनगर एवं गोपाल शर्मा तथा समस्त सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।

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