सतर्कता एवं निष्पक्षता से करें मतगणना – पर्यवेक्षक

मतगणना कार्मिकों का प्रशिक्षण आयोजित

अजमेर, 20 मई। लोकसभा आम चुनाव के मतों की गणना के प्रशिक्षण में निर्वाचन आयोग के द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक श्री संजय महान डे ने कहा कि सतर्कता एवं निष्पक्षता के साथ मतगणना कार्य को सम्पादित करें।

पर्यवेक्षक श्री संजय महान डे ने कहा कि ईवीएम मशीन की रिडिंग सही होने से सम्पूर्ण मतगणना प्रक्रिया सही रहेगी। इसलिए इसे सावधानी के साथ पूर्ण करें। सटीकता के साथ रिडिंग हो जाने के पश्चात गलती की संभावना नगण्य रह जाती है। मतगणना कार्मिकों को अनुशासन, गरिमा एवं सतर्कता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। समस्त कार्मिकों को निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्य को अंजाम देना चाहिए।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आनंदी लाल वैष्णव ने कहा कि मतगणना कार्य में कुशलता एवं सजगता की अपेक्षा की जाती है। प्रशिक्षण के माध्यम से समस्त कार्मिकों को मतगणना की प्रक्रिया से रूबरू कराया गया। मतगणना अभिकर्ताओं को पूरी तरह से संतुष्ट करके ही आगे की प्रक्रिया अपनायी जानी चाहिए। अभिकर्ताओं द्वारा परिणाम के संबंध में पूछताछ करने पर उसका सटीकता से समाधान किया जाना चाहिए।

प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी श्री भगवत सिंह राठौड़ ने बताया कि डाक मतपत्रों की गणना सर्वप्रथम आरम्भ की जाएगी। इसके आधे घण्टे पश्चात ईवीएम से मतगणना आरम्भ होगी। डाकमत पत्रों की गणना तथा ईटीपीबीएस की स्केनिंग का कार्य साथ -साथ चलेगा। अन्तिम से पहले राउंड की ईवीएम की गणना डाकमत पत्रों की गिनती पूरी होने पर ही की जाएगी। डाकमत पत्रों का लिफाफा खोलकर घोषणा पत्र की संवीक्षा की जाएगी। सही पाए जाने पर ही छोटे लिफाफे को खोलकर मतगणना होगी। एक ही उम्मीदवार के कॉलम में एक से अधिक निशान होने पर भी मत वैध माना जाएगा। एक से अधिक उम्मीदवारों पर निशान अंकित होने तथा मतदाता की पहचान प्रकट होने की स्थिति में इसे अवैध मत माना जाएगा। प्रथम दो उम्मीदवारों के मध्य जीत का अंतर डाक मतपत्रों की संख्या से कम होने की स्थिति में समस्त डाकमत पत्रों की दुबारा गिनती व जांच रिटर्निंग ऑफिसर तथा पर्यवेक्षक की उपस्थिति में होगी। भले ही किसी उम्मीदवार ने आवेदन नहीं किया हो।

उन्होंने बताया कि ईवीएम के कंट्रोल यूनिट के मताें की गणना के लिए विधानसभावार राउंड निर्धारित किए गए है। समस्त टेबलों पर मतगणना पूर्ण होने के उपरान्त ही अगला राउंड किया जाएगा। प्रत्येक राउंड मे से दो ईवीएम की रैण्डमली जांच पर्यवेक्षक के द्वारा की जाएगी। उस राउंड के परिणाम की घोषणा एआरओ एवं पर्यवेक्षक के निर्धारित हस्ताक्षरों के बाद की जाएगी। ईवीएम मशीन के कंट्रोल यूनिट में दर्ज मतों की संख्याओं को अभिकर्ता को दिखाकर रिजल्ट शीट में नोट करना चाहिए। रिजल्टशीट में एजेण्ट के साइन करवाकर एआरओ को सौंपी जाएगी।

उन्होंने बताया कि जिन मतदान केन्द्रों के लिए आयोग द्वारा कंट्रोल यूनिट के स्थान पर वीवीपेट पर्चियों से मतगणना की अनुमति दी गई है। उन मतदान केन्द्रों की कंट्रोल यूनिट को ईवीएम मतगणना के सामान्य राउंड में टेबलों पर नहीं भेजा जाएगा। ऎेसे मतदान केन्द्रों के लिए पर्चियों से गणना सभी राउंड के समाप्त होने के बाद की जाएगी। कंट्रोल यूनिट में बैटरी कमजोर होने की स्थिति में इसे बदला भी जा सकेगा। कंट्रोल यूनिट में समस्या आने की स्थिति में भारत इलेक्ट्रोनिक्स के विशेषज्ञों द्वारा तुरन्त तकनीकी समाधान किया जाएगा। परिणाम को आवश्यकता होने पर रिजल्ट बटन दबाकर पुनः भी देखा जा सकेगा। किसी मतदान बूथ पर एक से अधिक कंट्रोल यूनिट काम आने पर सभी को एक साथ टेबल पर लाया जाएगा।

इस तरह होगी वीवीपेट की पर्चियों की गणना

श्री भगवत सिंह ने बताया कि ईवीएम से मतगणना के बाद वीवीपेट की पर्चियों की गणना होगी। प्रत्येक विधानसभा के 5 मतदान केन्द्रों की वीवीपेट पर्चियों की गणना के लिए मतदान केन्द्रों का चयन रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा पर्यवेक्षक एवं उम्मीदवार अथवा उसके निर्वाचन अभिकर्ता की उपस्थिति में लॉटरी से किया जाएगा। यह लॉटरी विधानसभा क्षेत्र के मतगणना कक्ष में ही अन्तिम राउंड के तुरन्त बाद निकाली जाएगी। लॉटरी के लिए विधानसभा क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र संख्या, विधानसभा क्षेत्र का नाम, मतदान की दिनांक तथा मतदान केन्द्र संख्या मुद्रित कार्ड का उपयोग किया जाएगा। पूर्व में पर्चियों की गणना कंट्रोल यूनिट खराब होने अथवा निर्वाचन आयोग की अनुमति से हो जाने वाले मतदान बूथों की संख्या को इसमें से हटा दिया जाएगा। शेष बचे कार्डों को फोर फोल्ड करके कंटेनर में डाला जाकर लॉटरी निकाली जाएगी।

उन्होंने बताया कि पर्चियों की गणना के परिणाम का कंट्रोल यूनिट के परिणाम से मिलान किया जाएगा। अंतर होने की स्थिति में कंट्रोल यूनिट के परिणाम अथवा पर्चियों के दो समान परिणाम आने तक पुर्नगणना की जाएगी। सम्पूर्ण गणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। पर्चियों की गणना के आधार पर परिणाम में संशोधन किया जाएगा। प्रिंटर में अटकी पर्ची तथा आधी कटी पर्ची को निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार गणना में शामिल नहीं किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पर्चियों को उम्मीदवारों, नोटा तथा टेस्ट स्लिप के अनुसार अलग-अलग किया जाकर 25-25 के बण्डल बनाए जाएंगे। गणना के पश्चात इन बण्डलों को ड्रॉप बॉक्स में रखकर सील किया जाएगा। इस पर अभिकर्ता अपनी सील भी लगा सकते है। समस्त ईवीएम, वीवीपेट यूनिट को कंट्रोल यूनिट के पावर पैक एवं वीवीपेट के पेपर रोल को निकाले बिना चुनाव याचिका की निर्धारित अवधि तक स्ट्रांग रूम में सील कर रखा जाएगा।

प्रशिक्षण में स्टेट लेवल मास्टर ट्रेनर श्री चन्द्र शेखर संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय के सहायक निदेशक तथा मुकेश शर्मा प्रधानाचार्य ने पीपीटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया। इस अवसर पर भू प्रबंध अधिकारी श्री जगदीश चंद्र हेड़ा, एआरओ एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी उपस्थित थे।

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