देवनानी ने कहा की कांग्रेस का स्वभाव ही अंग्रेजो की तरह फुट डालो और राज करो जैसा है। यही कारण है की सत्ता में बने रहने के लिए सीएम गहलोत ने पायलट और उनके समर्थकों को पूरी तरह से किनारे पर लगा रखा है। अजमेर में पिछले दिनों हुई कांग्रेस की बैठकों में जूतम पैजार की घटनाएं इसका सबूत है। कांग्रेस में स्पष्ट रूप से बने दो धड़े एक दूसरे को फूटी आंखों नही सुहाते। आलाकमान की बैठकों का खुला बहिष्कार कर कांग्रेस कैसी एकजुटता का दावा कर रही है।
देवनानी ने बयान जारी कर कहा की पिछले साढ़े चार सालो में सरकार ने सिर्फ सत्ता पर काबिज रहने के अलावा कोई काम नही किया और इस दौरान प्रदेश में विकास की रफ्तार को ब्रेक लगने के साथ ही संस्थागत भ्रष्टाचार को खुली शह मिली है। अपराधी बेखौफ हो चले है और महिलाएं कही भी सुरक्षित नहीं है। देवनानी ने कहा की पायलट ने जिन मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ पदयात्रा निकाली उसका भी कोई समाधान नहीं हुआ है। जमीनी स्तर पर काम कर रहे पायलट समर्थको को उपेक्षित रखा जा रहा है और उनके खिलाफ चुन चुनकर मुकदमे दर्ज किए जा रहे है जिससे उनके अंदर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। देवनानी ने कहा की कांग्रेस की एकजुटता ढोंग है उनकी आपसी फुट जगजाहिर है।