सपा के सियासत में बड़ा बदलाव नरम पड़े तेवर सुलह के संकेत

-संजय सक्सेना, लखनऊ- तीन-साढ़े तीन साल की तनातनी के बाद अब चचा-भतीजे के बीच सुलह के संकेत मिल रहे हैं। यह संकेत ऐसे समय में आ रहे हैं जबकि चर्चा इस बात की हो रही थी कि अखिलेश यादव अपने जसवंतनगर सीट से विधायक चचा शिवपाल यादव की सदस्यता समाप्त करना चाहते हैं। गौरतलब हो, … Read more

सऊदी अरब और ईरान के बीच संभावित जंग में अपांयर बन सकता है भारत

इस समय देश के भीतर हिंदुत्व विचारधारा को मजबूती देने का प्रयास हर स्तर पर किया जा रहा है। लेकिन इस मिशन पर लगे लोग सीधे तौर पर मुस्लिम विरोधी होने से बच रहे हैं। इस विरोधाभासी माहौल के बीच देश के बाहर की दुनिया में दो बड़े मुस्लिम देशों के बीच यदि जंग होती … Read more

मनुष्य में सकारात्मकता बढाती है रेकी

मनुष्य के बीमार होने का प्रमुख कारण है उसमें नकारात्मकता का आ जाना है ।क्रोध,मान,माया,मोह,लोभ,राग,द्वेष आदि नकारात्मकता में गिने जाते हैं । बच्चा जब पैदा होता है तब उसमें नकारात्मकता लेश मात्र भी नहीं होती है लेकिन ज्यों ज्यों वह बड़ा होता है तब उसमें नकारात्मकता आने लग जाती है । और वह बीमार रहने … Read more

विश्वास है तो रिश्ता है और रिश्ता है तो विश्वास है

हर व्यक्ति के लिए उसके रिश्ते सबसे ज़्यादा मायने रखते हैं और इन्हीं रिश्तों की खातिर हर शख्स इतनी दौड़-भाग करता है ताकि वो इतना काबिल हो सके कि अपने इन अनमोल रिश्तों की सारी जरूरतें पूरी कर सके, इन्हें सारे आराम मुहैया करा सके। लेकिन कई बार अपने करियर में हम इतने मशगूल हो … Read more

अभी फीका नहीं पड़ा है योगी का करिश्मा

-संजय सक्सेना, लखनऊ- बात चाहंे ढाई साल की हो या फिर पांच साल की। इतना तय है कि 2017 का विधान सभा चुनाव बीजेपी ने मोदी के चेहरे पर लड़ा था और 2022 का चुनाव भी बीजेपी मोदी को ही आगे करके लड़ेगी। बीजेपी ने 2017 का चुनाव योगी को चेहरा बनाकर नहीं लड़ा था, … Read more

शार्ट फ़िल्म स्क्रीम ने ‘आई सी एफ एफ’ 2019 में तीसरा स्थान हासिल किया

हमारे जीवन में बाल दुर्व्यवहार के अस्तित्व और इसके आसपास रहने के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए निर्देशक सिद्धार्थ सेल्वराई एक लघु फिल्म लेकर आए हैं, जिसका ’स्क्रीम’ है। लघु फिल्म शार्ट स्क्रीम ’भारत में चल रहे बाल शोषण को रेखांकित करने वाली कठोर वास्तविकता को चित्रित करती है। इससे पहले, लियोन-स्क्रिप्ट … Read more

पोषण युक्त आहार

जैसा कि मैंने आपको पहले बताया कि आजकल खाने पीने में पौष्टिकता का अभाव है ! और आजकल की देखादेखी फ़ास्ट फ़ूड से होने वाली सम्भावित बीमारियों को ध्यान में रखते हुवे ये अहसास हो रहा था कि क्या पोषित खाने के अभाव में हमारी युवा पीढ़ी यु ही अपने शरीर का सत्यानाश करती रहेगी … Read more

स्वच्छता के प्रति शपथ

नमस्कार, अगर स्वच्छता के प्रति आप यह शपथ लेकर इस पर अमल करते है, तो मैं समझता हूँ, आप हमारे गांव, कस्बा, शहर, प्रान्त और भारत देश के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देंगे और दूसरे लोगों के सामने अच्छे नागरिक होने का उदाहरण पेश करेंगे। ” मैं स्वच्छता के प्रतिबद्ध रहूंगा और इसके लिए … Read more

दिन में तारे दिखला देंगे

खूब बिछाओ काँटे चाहे , हमें रौंदना आता है । दलदल कितना भी फैलाओ, पैर जमाना आता है । शक्ति के हम महापुंज है , अंगारों से खेले ना । दिन में तारे दिखला देंगे , हमें युध्द में ठेले ना । सागर पर पत्थर रख-रखकर , हमने मार्ग बनाया है । एक अँगुली पर … Read more

स्वास्थ्य क्रांति : हमे एक क्रांति की जरूरत क्यों है ?

मैंने लोगों से अक्सर ये सुना है कि आजकल जो हैल्थ संबंधित प्रोडक्ट मार्केट में उपलब्ध है क्या वो उपयोग बाद छोड़ने से वापस मोटापा लौट कर आता है ? ये सवाल मुझे बार बार इसी असमंज्य में डाल रहा था कि फल,सब्जी इत्यादि में बढ़ता कैमिकल क्या हमारे भोजन का संतुलित भोजन है ? … Read more

*भाषा*

भाषा : हरीश करमचंदानी की कविता / प्रस्तुति – मोहन थानवी उसने कहा एक देश एक भाषा बिल्कुल,देश एक ही है,एक ही रहेगा यह तथ्य तो सभी जानते हैं और मानते भी हैं पर सिर्फ एक भाषा क्योंकर और क्यूँ??? मेरी माँ क्या करेगी जिनको आती है सिर्फ सिंधी जिसमें वे गाती है शाह साहब … Read more

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