पत्रकारिता के मर्यादा पुरुषोत्तम *देवर्षि नारद*
भले ही नारद जी देवर्षि थे लेकिन वे देवताओं के पक्ष में पूर्वाग्रह ग्रस्त नहीं थे। वे प्राणी मात्र के कल्याण की चिंता करते थे। देवताओं की तरफ से भी कभी अन्याय होता दिखता तो वे राक्षसों को आगाह कर देते थे। देवता होने के बाद भी नारद जी बड़ी चतुराई से देवताओं की अधार्मिक … Read more