छपाक से छपाक पर कूद पडे

जब कुछ नकाबपोश लोगों ने जेएनयू में घुसकर वहां के छात्रों से मारपीट की और पुलीस तमाशबीन बनी रही तो अगले रोज सिने तारिका दीपिका पादुकोण छात्रों के समर्थन में वहां गई. इस पर कुछ निहित स्वार्थ के लोग छपाक से उनकी फिल्म “छपाक” पर बिफर पडे. ऐसे ही जब फिल्म “टॉयलेट” रिलीज हुई थी … Read more

धुंध भी हटेगी और धूप भी खिलेगी

इस दुनिया में हर व्यक्ति दुःखी है और दुखों से परेशान है, असफल होने के डर में जी रहा है। इस परेशानी से मुक्ति भी चाहता है लेकिन प्रयास अधिक दुःखी एवं असफल होने के ही करता है। हर व्यक्ति का ध्यान अपनी सफलताओं पर कम एवं असफलताओं पर अधिक टिका है। सकारात्मक नजरिया बनाने … Read more

मच्छर और आदमी

एक मच्छर रोज़ एक आदमी के घर आता था आदमी उसे पकड़ने की कोशिश करता पर मच्छर भाग जाता था । एक दिन उसी मच्छर ने आदमी को काटा गुस्से में आकर आदमी ने मार दिया उसे चाँटा । मच्छर वही ढेर हो गया पट्ठा रोज शेर बनता था आज आदमी सवा शेर हो गया … Read more

प्रेरणा स्त्रोत युगप्रवर्तक स्वामी विवेकानन्द Part 3

स्वामीजी ने अपना सारा जीवन अपने गुरु रामकृष्ण परमहंसदेव को समर्पित कर दिया | विवेकानंदजी धार्मिक आडम्बरवाद, कठमुल्लापन और रूढ़ियों के सख्त विरोधी थे। उन्होंने धर्म को मानव मात्र की सेवा के केन्द्र में रखकर ही आध्यात्मिक चिंतन-मनन किया था। उनका हिन्दू धर्म अटपटा, रुढीवादी एवं अतार्किक मान्यताओं मानने वाला नहीं था। स्वामीजी ने उस … Read more

*विचार – प्रवाह*

जब एक को देखकर दूसरा भी वैसा ही करता है तब हम “ख़रबूज़े को देखकर खरबूजा रंग बदल रहा है ” वाली कहावत काम में लेते हैं । इसी प्रकार बेचारे एक सीधे – सादे , हानिरहित और शांत प्रकृति के जीव पर भी “गिरगिट की तरह रंग बदलना” कहावत गढ़कर उसे व्यर्थ ही बदनाम … Read more

*विचार – प्रवाह*

“झुनझुना” और “लॉलीपॉप” दोनों ही रोते हुए छोटे बच्चों को मनाने या चुप कराने की चीजें हैं । लॉलीपॉप चीनी की चूसने की डंडीदार कैंडी है और झुनझुना भी एक डंडीदार खिलौना है । दोनों का ही काम लालच देकर बच्चों को खुश कराना है । अक्सर यह काम भारतीय माताएँ करती हैं जिसमे उनका … Read more

छप्पन इंच की छाती और छत्तीस इंच वालों की शादी

जैसे कभी छप्पन इंच की छाती मशहूर हुई थी वैसे ही अब छत्तीस इंच वालों की शादी प्रसिध्द हो रही है जिसमें दूल्हा-दुल्न दोनों ही कद में छत्तीस इंच के. कोई कम नही. Equality before law के हिसाब से भी यह सही है. यह खबर है मध्य प्रदेश के खंडवा के पास के पुनसा स्थान … Read more

कोई भी राष्ट्र युद्ध का अंधेरा नहीं चाहता

अमेरिका एवं ईरान के बीच बढ़ते तनाव से बनती विश्व युद्ध की स्थितियों ने समूची दुनिया को संकट में डाल दिया है। इन वैश्विक तनावों के बीच व्यापार और तकनीकी संघर्ष के चलते वैश्विक बाजार अस्थिर हो रहे हैं, विकास की गति मंद हो रही है, महंगाई बढ़ती जा रही है, मानव जीवन जटिल हो … Read more

जानिये गुरु शिष्य के बीच खुशहाल जिन्दगी के रहस्य के बारे में रोचक सवाल जबाव

प्रस्तुत है रामक्रष्ण परमहंसदेव और उनके शिष्य स्वामी विवेकानंदजी के बीच में हुये वादविवाद में छिपे खुशहाल जिन्दगी के रहस्य को | यहाँ प्रश्नकर्ता विवेकानंद जी उत्तर देने वाले रामक्रष्ण परमहंसदेव है | प्रश्न—–जीवन की जटिलता के बीच उत्साह को केसे बनाया रक्खा जा सकता है ? उत्तर—-जीवन में उसे गिनों जो तुमने पाया है,उसे … Read more

क्यों नही लगेगा इस बार ग्रहण का सूतक

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह चंद्र ग्रहण नहीं है यह तो केवल उपछाया चंद्र ग्रहण है। भारतीय ज्योतिशास्त्र और पंचांग के अनुसार उपछाया चंद्र ग्रहण को चंद्र ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। यहीं कारण है कि शुक्रवार, 10 जनवरी को लगने वाले इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल नहीं होगा। सूतक काल ग्रहण … Read more

*विचार – प्रवाह*

मानव मन पर उसके आस – पास घटित घटनाओं का प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है । इन घटित घटनाओं से उसके हृदय में प्रेम , विश्वास , शंका , घृणा , आक्रोश इत्यादि कई भाव उमड़ते रहते हैं । जहाँ तक ” आक्रोश ” की बात है इसे अत्यधिक क्रोधित होने की अवस्था या भाव कह … Read more

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