प्री वेडिंग के बहाने नष्ट की जा रही है भारतीय संस्कृति

◆ *शादी होने से पहले ही प्री वेडिंग के नाम पर कई राते साथ गुजारने लगे है युवक युवतियां•••* दोस्तों पिछले 1-2 सालो से देश में भारतीय संस्कृति से होने वाले विवाह समारोह में प्री वेडिंग के नाम पर एक नया प्रचलन सामने आया है।जिसको वर्तमान में ऐसे परिवारो द्वारा आयोजित किया जा रहा है।जो … Read more

वाघेला ‘बापू’ कांग्रेस को गच्चा देने की फिराक में

शंकरसिंह वाघेला धुरंधर किस्म के राजनेता हैं। वे असल में संघ परिवार के स्वयंसेवक रहे हैं, इसीलिए डाल का पंछी फिर डाल पर लौटने को बेताब है। कांग्रेस के पास उनको देने के लिए कुछ भी नहीं है और बीजेपी बांटने को बेताब है ही। ऐसे में वाघेला के लिए अपनी पुरानी मंजिल पर पहुंचने … Read more

दूर के रसगुल्ले , पास के गुलगुले …!!

तारकेश कुमार ओझा इसे जनसाधारण की बदनसीबी कहें या निराशावाद कि खबरों की आंधी में उड़ने वाले सूचनाओं के जो तिनके दूर से उन्हें रसगुल्ले जैसे प्रतीत होते हैं, वहीं नजदीक आने पर गुलगुले सा बेस्वाद हो जाते हैं। मैगों मैन के पास खुश होने के हजार बहाने हो सकते हैं, लेकिन मुश्किल यह कि … Read more

अखिलेश विरोधियों को बदलना पड़ेगा सियासी चोला

एक धोखा-नेताजी के सहारे सियासत चमकाने की सोच उत्तर प्रदेश की सियासत में कभी नेताजी मुलायम सिंह यादव धूमकेतू की तरह से थे। उनके बगैर यूपी की सियासत की कल्पना नहीं की जा सकती थी। यूपी के रण में मुलायम ने बड़े-बड़ो को पटकनी दी। कांग्रेस हो या बीजेपी कोई उनके धोबिया दांव से बच … Read more

‘कुर्सी’ पर हर कोई कुर्बान

– मोहन थानवी राज की कला। राजनीति। राज कला। यूं राज कला मंदिर की फिल्में भी हिट हुई हैं। राजनीति तो हिट है ही। राजनीति को तो हिट किया ही जाता है। कुर्सीधारी भी राजनीति को हिट करते हैं। कुर्सी पूजक भी। ‘कुर्सी’ पर हर कोई कुर्बान। कुर्सीधारी वो जो जनता के वोट जुटा कर … Read more

मोगरी से पुरुषों की पिटाई का सन्देश क्यों?

मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा महिलाओं को अपने शराबी पति की कपड़ों को पीट कर धोने की ‘मोगरी’ से पिटाई करने की नसीहत देना एवं एक सार्वजनिक सामूहिक विवाह समारोह अपनी ओर से वहां मौजूद सात सौ नई दुल्हनों को ‘मोगरी’ भेंट किया जाना न केवल कानून व्यवस्था की अवहेलना … Read more

चाँद मेरा

*चांदनी रात थी वो… *देख रहा था मैं चाँद को टकटकी लगाए… *लो छुप गया चाँद भी बदलियों में… *दिल में लिए सिलसिला..तुम्हारी यादों का… *सोचता रहा तुम्हें..नींद के आगोश में चले जाने तक… *महसूस करता रहा तुम्हे.. प्यार से सहलाता रहा… *खुशबू तुम्हारे बदन की.. करने लगी मदहोश मुझे… *जुल्फे घनेरी में छुपने लगा … Read more

टीम निर्माण – कुछ छंद

खुद उठना है सरल बहुत तुम, मेहनत करके उठ जाओगे मजा उसी में है गर, जो तुम , सबको लेकर बढ़ जाओ अपना भोजन सब करते हैं, इसमें है क्या बात बड़ी मिल कर बैठो बांटो खाओ , ये होगी सौगात लड़ी आप उठे हैं तो ओरों को भी उठाओ आप बढे हैं तो , … Read more

सिंधु जे करे

सिंधी कहानी – मोहन थानवी – बेबी – पचाइणि जे लाय अटो कोने। तव्हां था चवो दिकीय ते दियो बार। मट वटि दियो बार। शामो – पुट, चांवर त रंध्या अथई। उननि जो पिण्डु ठाहे करे ब दिया बारे वठु। बेबी – बाबा…खाइणि जो घीयु-तेल बि कोने। कवड़ो तेल प्यो आहे। दियनि में उवो विझां…। … Read more

एक साथ चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा

नीति आयोग ने चुनाव आयोग को वर्ष 2024 से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का सुझाव देकर एक सार्थक बहस का अवसर प्रदत्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों चुनावों को एक साथ कराने का सुझाव दिया था। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस सुझाव को राष्ट्रहित में मानते … Read more

तूं क्यों दुखी है

भगवन की मेर है, समय का फेर है देर सवेर है , गीदड़ भी शेर है गदगद वे सब हैं, देता वो रब है तेरी गायब हसीं है, क्या गाडी फँसी है उनको सुकूँ है , तो तूं क्यों दुखी है सबकी मदद में, रिश्तों की हद में उनके जो त्याग में , कष्टों की … Read more

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