उमा भारती ने आगरा रैली में बलात्कारियों के लिये जो बोला बिल्कुल सही बोला

केंद्रीय जल संसाधन एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने आगरा रैली में बलात्कारियों को लेकर जो कुछ बोला उससे राजनैतिक और सामजिक गलियारों में बहस छिड़ना लाजमी था। केंद्रीय जल संसाधन एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने बलात्कारियों को कड़ी सजा देने का समर्थन किया है। उमा भारती ने आगरा में जनता को … Read more

क्या यह पूरा न्याय है

‘व्यापम’ अर्थात व्यवसायिक परीक्षा मण्डल, यह उन पोस्ट पर भर्तियाँ या एजुकेशन कोर्स में एडमिशन करता है जिनकी भर्ती मध्यप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन नहीं करता है जैसे मेडिकल इंजीनियरिंग पुलिस नापतौल इंस्पेक्टर शिक्षक आदि। साल भर पूरी मेहनत से पढ़कर बच्चे इस परीक्षा को एक बेहतर भविष्य की आस में देते हैं। परीक्षा के परिणाम … Read more

कश्मकश

रोज़ एक ही सवाल पूछता है उसका नारी मन डरती भी है रोज़ाना वही रात फ़िर आएगी घूरती निगाहें तुम्हारी उसकी सम्पूर्ण देह को भेदती हुई… अनादिकाल से तुम्हारा और उसका एक ही रिश्ता रहा मर्द और औरत का सिर्फ जिस्म से जिस्म का… पुरुष के लिए नारी सिर्फ भोग्या रही..सिर्फ शारीरिक संतुष्टि का साधन … Read more

एक की शक्ति

एक “मत”तू तू मैं मैं एक “साहेब” अनेक भक्त एक “सेवक” 130 करोड़ मालिक एक “8 नवम्बर” 2016-की रात एक “आदेश” 1000, 500 की मौत एक “बैंक” जनता मौन लंबी लाइन एक “रेनकोट” पहन के नहाये कौन एक “सरदार” जिसकी दुश्मन सरकार एक “स्वान” की दुम 13 वर्ष बाद बोलने लगी एक ” छलनी” सूप … Read more

निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्य क्षेत्रा में संशोधन

अजमेर, 10 फरवरी। भारत निर्वाचन आयोग की अधिसूचना के अनुसार जिले के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्य क्षेत्रा में संशोधन किया गया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री किशोर कुमार ने बताया कि उप खण्ड अधिकारी अजमेर के पास अब अजमेर दक्षिण के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी का पदभार रहेगा। जबकि उप खण्ड अधिकारी पुष्कर के … Read more

सभी दलों के नेताओं ने बयानों और भाषणों में मर्यादा खो दी है

राजनीति में अभिव्यक्ति की इतनी गिरावट आ जायेगी, कभी सोचा भी नहीं था। चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस, चाहे सपा हो या बसपा, सभी दलों के नेताओं ने बयानों और भाषणों में मर्यादा खो दी है। कोई किसी के बाथरूम में झांक रहा है तो कोई किसी की पत्नी को लेकर उल-जलूल बोल रहा है। … Read more

दंड एवं सजामुक्त हो स्कूली परिवेश

देश के स्कूलों में शारीरिक दंड पर रोक के बावजूद स्कूली बच्चों के साथ पिटाई का सिलसिला नहीं रुक रहा है। देश में सख्त कानून बन जाने के बावजूद किसी-न-किसी हिस्से में हर दिन ऐसी घटनाओं का घटित होना चिन्तनीय है। हाल ही में दिल्ली में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र के होमवर्क … Read more

हिंदी हो गयी हिन्दा, अपने देश में शर्मिंदा..

अमित टंडन, अजमेर कौन कहेगा कि हम हिंदी भाषी राष्ट्र के बाशिंदे हैं.. सिर्फ सरकारी दफ्तरों के नोटिस बोर्ड पे, या बैंकों पर लगी दीवार पट्टियों पर लिखी इबारत कि “हिंदी हमारी भाषा है..अपने काम में इसी का उपयोग करें..” देख कर दिल खुश कर लेते हैं कि हम हिंदी भाषी हैं.. वरना तो हम … Read more

क़लम उठ जाती है

रखे हुए पनघट पर मटके , सारे रीते हैं । नीर ख़याली पीते-पीते , हम सब जीते हैं । अनुमानों के तीर चलाकर , काम बनाते हैं । जहाँ जरूरत है करने की , तब हट जाते हैं । टांग-खिंचाई करते-करते , दिन ढल जाता है । चिड़िया चुग गई खेत अरे फिर, क्यों पछताता … Read more

झूठी आय बताकर टैक्स भरना भी आम आदमी की मजबूरी मजबूरी ।

एक व्यक्ति जो छोटा -मोटा काम काज /व्यापार करता है, जो आयकर दायरे से दूर है जिन्हें हिसाब किताब रखना नही आता या मजदूरी के कारण दुकानदारी में समय नही मिलता या यूं समझे कामर्स में कमजोर है । वह आयकर रिटर्न चार्टर्ड अकाउंटेंट ( सी. ए. ) से हर साल दाखिल कराता है । … Read more

नोटबंदी के बाद प्रॉपर्टी के दाम क्यों नहीं गिरे !!*

नोटबंदी से आशा जगी कि प्रॉपर्टी की क़ीमती में गिरावट होगी। कुछ विशेषज्ञों और अखबारो ने कहा कि मार्च 2017 तक प्रॉपर्टी की क़ीमते 30% तक कम हो जाएँगी। ऐसा होना इसलिए माना जाता था क्योंकि प्रॉपर्टी के लेन-देन में ‘काले भाग’ के लिए कैश की ज़रूरत होती थी। भारत में, अधिकतर प्रॉपर्टी के सौदों … Read more

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