आधुनिक समाज के ‘महाबाभन’…!!
-तारकेश कुमार ओझा- श्मशान में शवदाह से लेकर अंतिम क्रिया तक संपन्न कराने वाले महाबाभनों से सभी का कभी न कभी पाला पड़ता ही है। बेचारे इस वर्ग की भी अजीब विडंबना है। सामान्य दिनों में लोग इन्हें देखना भी पसंद नहीं करेंगे। लेकिन किसी अपने के निधन पर मजबूरी में अंतिम क्रिया संपन्न होने तक … Read more