रेल वाले कैसे खा रहे हैं और क्यों ? हम यह सवाल भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से यह पुंछना चाहते है कि भले ही भारत में व्याप्त भ्रष्टाचार उन्हे विरासत में ही मिला हो । लेकिन यह सब उन्होनें गा बजा कर डंक्के की चोट पर अपने ५६ ईंच के सीने को ठोक कर (सम्भवत:उनका सीना मुश्किल से ३६ईंच का ही होगा) गली गली गली मौहल्ले मौहल्ले पूरे भारत भर मे घूम घूम कर एक एक कमल के रूप में प्राप्त किया है और प्रधानमंत्री बनते ही पहला ऐलान किया कि न तो स्वयं खाता हूँ न किसी को खाने दूंगा । लेकिन हम यह जानना चाहते है कि फिर आप की छत्र छाया में रेल विभाग के लोग कैसे खाते हैं ? जब प्रात: १०बजकर ५मिनट पर सारे तत्काल टिकटों की बिक्री हो जाती है । जबकी मिडिया की खबरों के अनुसार दलालों के पास किसी भी रूट के कनफर्म टिकट दुगनी किमत पर उपलब्ध होते है । परन्तु रेल राज्य मन्त्री श्री मनोज सिन्हा कहते हैं कि इसको रोकने का हमारे पास कोई सिस्टम नही है तो सिन्हा जी अगर आप नही रोक सकते अपने प्रधानमंत्री को ही बता दो ?वे तो सक्षम हैं ही अपने ५६ईंच सीने के साथ । एस पी सिहँ ;मेरठ !