अब आप अपने कपड़ों से चार्ज कर सकते हैं फोन, आईपैड

बिजली और ऊर्जा के बगैर आधुनिक जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन अब बिजली बनाने का सबसे सस्ता और सुलभ उपाय सौर ऊर्जा को माना जाता है। लेकिन सौर ऊर्जा के उपकरण आप हरवक्त साथ लेकर नहीं घूम सकते। लिहाजा, अगर आपके पहने हुए कपड़े ही सौर ऊर्जा पैदा करें तो निश्चित रूप से आपकी क्षमता किसी चलते-फिरते बिजली घर से कम नहीं होगी। दरअसल वैज्ञानिकों को सिलिकॉन और सोलर सेल वाले लचीले और पहनने योग्य कपड़े बनाने में कामयाबी मिल गई है। रसायन वैज्ञानिकों, भौतिक वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के एक अंतरराष्ट्रीय दल ने एक सिलिकान आधारित ऑप्टिकल फाइबर पर सौर ऊर्जा वाली सेल की क्षमता से जोड़ते हुए उसे कई मीटर की लंबाई में बनाने में कामयाबी हासिल की है। कपड़े की ही तरह लचीला, उभार वाले और मोड़कर पहनने योग्य ये आधुनिकतम वस्त्र ना सिर्फ ऊर्जा के क्षेत्र में क्त्राति लाएंगे बल्कि फैशन जगत के लिए भी यह नई हलचल है।

पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के रसायन के प्रोफेसर जॉन बैडिंग के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के दल ने ये सौर ऊर्जा वाला कपड़ा तैयार किया है। उन्होंने इस खोज के जरिए इलेक्ट्रानिक चिप वाले ऑप्टिकल फाइबर को सोलर सेल की सिलिकान तारों के साथ आपस में बुनकर एक लचीला कपड़ा बनाने में सफलता हासिल की है। सोलर सेल, कंप्यूटर और मोबाइल फोन जैसे सेमी कंडक्टर इलेक्ट्रानिक उपकरणों के लिए सिलिकान आधारित इंटीग्रेटेड सर्किट (आइसी) बनाने का काम किया। उन्हें ऑप्टिकल फाइबर को इलेक्ट्रानिक चिप में समाहित करने में कामयाबी मिली है। इस कपड़े को बनाने वाले तंतु इंसानी बाल से भी पतले हैं। बैडिंग ने बताया कि क्त्रिस्टिलाइन सिलिकान आधारित सोलर सेल फाइबर का लचीला दस मीटर लंबा कपड़े का थान तैयार है। इस तैयार कपड़े को ना सिर्फ पहना जा सकता है। बल्कि इसकी मदद से सौर ऊर्जा पैदा करने से लेकर बैटरी चार्ज करने, रसायन पहचानने और बायोमेडिकल उपकरणों का संचालन हो सकता है। उन्होंने कहा कि पोर्टेबल इलेक्ट्रानिक उपकरणों जैसे स्मार्ट फोन, आइपैड आदि में बैटरी कम होने की खामी होती है। लेकिन इसके जरिए आप ऐसे सभी उपकरणों को कहीं भी मनचाहे समय तक चला सकते हैं।

error: Content is protected !!