चीन ने विवादित द्वीप क्षेत्र में भेजे दो लड़ाकू विमान

विवादित दिओयू द्वीपसमूह को लेकर चीन और जापान के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने शुक्रवार को विवादित द्वीप क्षेत्र में दो लड़ाकू विमान भेज दिए। चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि गुरुवार को जापानी विमानों ने चीनी गश्ती विमान की राह में मुश्किलें पैदा की थीं। इसके बाद जापानी विमानों पर नजर रखने के लिए दो जे-10 लड़ाकू विमान भेजे गए।

चीन से तल्खी बढ़ने के बाद पिछले 11 वर्षो में पहली बार जापान अपना रक्षा बजट बढ़ा सकता है। जापानी रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए बजट में संशोधन का अनुरोध किया है। एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष में रक्षा बजट को 53 अरब डॉलर तक बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। इसमें सैनिकों की संख्या में इजाफा और निगरानी विमानों के ईंधन व रखरखाव जैसे खर्च शामिल नहीं हैं, जिनके लिए अलग से 1.13 अरब डॉलर की जरूरत पड़ेगी।

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने चीन में जापान विरोधी दंगों के दौरान चीन सरकार पर गलत निर्णय लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चीनी सत्ता ने राजनीतिक फायदे के लिए जानबूझकर जापानी नागरिकों और कंपनियों पर हमले होने दिए। पिछले साल सितंबर में चीन में जापान विरोधी प्रदर्शनों ने दंगों का रूप ले लिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जापानी जमीन और जल की डटकर रक्षा करने के रुख पर कायम हैं और विवादित सेनकाकू द्वीपों पर समझौते की कोई संभावना नहीं है।

चीन में जापान विरोधी दंगे विवादित द्वीपों पर जापान द्वारा अपना अधिकार जताने के कारण हुए थे। जापान इन्हें सेनकाकू द्वीप कहता है जबकि चीन दिओयू। एबी ने चेताया है कि जापान विरोधी दंगों का नकारात्मक असर दोनों देशों के रिश्तों के साथ ही चीन की अर्थव्यवस्था व समाज पर भी दिखाई देगा।

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