नियमित रूप से पढ़ने वाला विद्यार्थी कभी असफल नहीं हो सकता

जैतपुर( महोबा) 12 मार्च 2019 वर्तमान युवाओं को महापुरुषों की जीवनी पढ़ने का समय नहीं है इस कारण से भारतीय संस्कृति और नैतिक शिक्षा दिन प्रतिदिन गिर रहा है यदि शिक्षा का स्तर ऊंचा करना है तो हमें भारत के महान महापुरुषों की जीवनी की जानकारी कक्षा 6 से 12वीं इंटर तक के बच्चों को देना आवश्यक हो गई है हमें भारत के महापुरुषों साहित्यकारों पत्रकारों समाजसेवियों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जीवन परिचय का अध्ययन करना चाहिए हमारे देश के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी से प्रेरणा मिलती है कि हम सामाजिक समरसता के क्षेत्र में कैसे सक्रिय होकर समाज सेवा करें I
उपरोक्त विचार बुंदेलखंड के समाजसेवी सामाजिक कार्यकर्ता संतोष गंगेले कर्मयोगी ने बुंदेलखंड क्षेत्र के समकालीन कवि ईश्वरी प्रसाद जी के जन्म स्थली ग्राम बघौरा में पहुंचकर उनके नाम से स्थापित समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित किए तथा समाधि स्थल के बगल में बनी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प माला चढ़ा कर पूर्व माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं के बीच अंबेडकर जी के प्रतिमा के समक्ष सामाजिक समरसता के क्षेत्र में समाज सेवा करने का संकल्प लिया उन्होंने ग्राम बघौरा के सभी बच्चों में नैतिक शिक्षा और संस्कार कूट-कूट कर दिए जिससे बच्चे प्रफुल्लित और खुशी हो करके उन्होंने संकल्प दोहराया बघौरा ग्राम से हम उच्च शिक्षा प्राप्त कर बुंदेलखंडी नहीं देश में नाम करने के लिए उत्तम शिक्षा ग्रहण करेंगे इस अवसर पर अध्ययनरत बच्चों ने अपने से बड़ों का आदर भाव गुरुओं का सम्मान स्वच्छ भारत अभियान में जिम्मेदारी से कार्य करने का संकल्प लिया जीवन जीने की कला समाज में सामाजिक समरसता और स्वच्छ भारत में सहभागिता की प्रेरणा देने वाले संतोष गंगेले कर्मयोगी जब ग्राम बघौरा जनपद जैतपुर जिला महोबा उत्तर प्रदेश पहुंचे यहां सबसे पहले संस्था की बेटियों के पद पूजन करण का सम्मान किया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव घोषित होने पर सभी छात्रों से अनुरोध किया कि वह है अपने माता पिता चाचा चाची दादा दादी सभी मतदाताओं की मतदान कराने में सहयोग करें
संस्था के शिक्षक श्री नरेश चंद एवं भरत राज ने संतोष गंगेले की समाज सेवा कार्यों की भूरी भूरी सराहना की और उन्होंने कहा कि इस प्रकार से सामाजिक समरसता के कार्य करने वाली बिल्ली लोग ही समाज को दिशा देने में लगे हैं ऐसे समाज के व्यक्तियों को ईश्वर शक्ति सामर्थ्य प्रदान करें जिससे कि वह है इस बुंदेलखंड में अपने शक्ति और सामर्थ्य के माध्यम से बच्चों में नैतिक शिक्षा संस्कार सामाजिक समरसता की कार्य कर सकें इसके पूर्व उन्होंने संस्था में पढ़ने वाली बेटियों का स्वागत और सम्मान किया तथा संस्था की प्रचार सहित सभी बच्चों का सम्मान किया बच्चों को शिक्षा परीक्षा नशा मुक्ति यातायात नियमों आदि विषय को लेकर जानकारी दी गई कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय बघौरा की प्रधानाचार्य श्रीमती शारदा पाठक ने संस्था में पधारे अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक क्षेत्र में ऐसे व्यक्तियों के समाज सेवा करना समाज को दिशा देने हैं

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