देश पर आतंकी हमले के लिए 200 जिहादी चाहता था अफजल

afzalनई दिल्ली। संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने के बाद अब उससे जुड़े कुछ और नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। अब पता चला है कि तिहाड़ की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद इंडियन मुजाहिद्दीन आइएम के आतंकी से देश में हमले के लिए दो सौ आतंकी तैयार करने की बात कही थी। दरअसल अफजल का जेल अधिकारियों से बात करने का कुछ और रुख होता था लेकिन जब वह इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के बीच बैठकर बात करता था, तब उसका रुख और होता था।

मिली जानकारी के मुताबिक तिहाड़ में बंद अफजल जब वहां अधिकारियों से बात करता था तो वह देश में फैले भ्रष्टाचार के प्रति बेहद सख्त रवैया अपनाता दिखाई देता था। लेकिन वही जब आईएम के आतंकियों के बीच बैठा होता था तो वह वहां पर पूरे भारत में फिदायीनों की संख्या को बढ़ाने की बात करता था।

जेल में बंद आईएम के आतंकी आफताब आलम से की गई पूछताछ में उसने बताया कि गुरु ने उसके साथ बैठकर कश्मीर के जिहादियों की संख्या बढ़ाने की बात कही थी। उसने बताया कि गुरु ने उसे एक बार कहा था कि यदि वह दो सौ जिहादी तैयारी नहीं कर सकते हैं तो कोई फायदा नहीं होगा। उसका मकसद था कि आईएम ऐसे दो सौ आतंकी तैयार करे जो पूरे देश में विभिन्न ठिकानों पर आतंकी हमले को अंजाम दे सकें। वह कश्मीर की आजादी चाहता था।

अभी तक गुरु के बारे में यही बातें सामने आई थीं कि वह खामोश रहता था और जेल में मिर्जा गालिब की शायरी और कुछ खास किताबें पढ़ता था। मिर्जा गालिब से ही प्रभावित होकर उसने अपने बेटे का नाम भी मिर्जा ही रखा था। हालांकि जेल में बंद आईएम के आतंकियों से मिलने की जेल अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है। लेकिन आलम ने पूछताछ में बताया कि वह उससे जेल में कई बार मिला था।

आलम को दिल्ली पुलिस ने 137 के मुंबई हमले के आरोप में बिहार से पकड़ा था। उसने जांच में सहयोग भी नहीं किया था। उसने बताया था कि गुरु ने कहा था कि कश्मीरी अपनी आजादी के प्रति जागरुक नहीं हैं।

error: Content is protected !!