नई दिल्ली। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष पर विकास के आड़े आने का आरोप जड़ा तो बीजेपी ने यूपीए के पूरे रिपोर्ट कार्ड को ही खारिज कर दिया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ‘खाली गिलास’ की टिप्पणी को आधारहीन करार देते हुए कहा कि राजग ने विकास से लबालब भरा गिलास दिया था। यूपीए ने उसे खाली कर दिया।
सुधांशु ने सोनिया को भी याद दिलाया कि खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण विधेयकों में उनकी रुचि होती तो परमाणु करार और एफडीआइ की तरह सरकार ने उन्हें भी पारित करवा लिया होता। यूपीए की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को प्रधानमंत्री ने कहा कि नौ साल पहले राजग सरकार से उन्हें आधा खाली गिलास मिला था। तो सोनिया ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए आरोप लगाया था कि विपक्ष के कारण खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण विधेयक पारित नहीं हो पाए।
पलटवार करते हुए सुधांशु ने कहा कि 2004 में राजग ने 8.3 फीसद विकास दर दी थी। यूपीए ने पिछले नौ सालों में उसे घटाकर पांच फीसद पर ला दिया। मनमोहन सिंह केवल आर्थिक मंदी का हवाला देकर अपनी नाकामी और असफलता नहीं छिपा सकते। खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण विधेयकों पर पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ संशोधनों के साथ हम उन्हें पारित कराना चाहते हैं।
लेकिन, कांग्रेस शायद यह नहीं चाहती। वरना सरकार भाजपा के विरोध के बावजूद परमाणु करार और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से संबंधित विधेयक पारित करा चुकी है।