पत्रकारिता लोकतंत्र का आइनाः सैनी

-जार के प्रदेष स्तरीय पत्रकार अधिवेषन मंे उठाई पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग
-दो दिवसीय अधिवेषन में प्रदेषभर से उमड़े पत्रकार

br1फ़िरोज़ खान,बारां
बारां, 07 जनवरी। जर्नलिस्ट एसोसियेशन आॅफ राजस्थान ‘‘जार’’ का प्रदेश अधिवेषन षनिवार को लंका काॅलोनी स्थित मधुवन रिसोर्ट में आयोजित किया गया। इसमें प्रदेषभर से प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया से जुड़े पत्रकार उमड़े। महिला मीडियाकर्मी भी षामिल हुई। अधिवेषन को संबोधित करते हुए कृशि मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का आइना होती है। दुनिया में दो ही चीज ताकतवर है। एक तलवार और दूसरी कलम। अंत में तलवार हार जाती है और कलम जीत जाती है। सैनी ने कहा कि देष को आजादी दिलाने में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चैथे स्तंभ के रूप में यह जनता व सरकार के बीच सेतू का कार्य करती है। उन्होंने पत्रकारों की दषा पर चिंता जताते हुए कहा कि 21वीं सदी में मीडिया के वर्चस्व पर कहा कि आज देष में 70 हजार समाचार पत्र-पत्रिकाएं प्रकाषित होते हैं। जिनकी 10 करोड़ प्रतियां छपती है। साथ ही 670 चैनल व 80 समाचार चैनल हैं। इतने बड़े व्यवसाय के बाद भी पत्रकार उपेक्षा व कम वेतन पर काम करता है।
मधुमक्खी की तरह है पत्रकार का जीवन-
अधिवेषन में सैनी ने कहा कि पत्रकार का जीवन मधुमक्खी की तरह है। जो परिश्रम से रस लोकर छत्ते में षहद जमा करती है। जो दूसरांे के के ही काम आता है। लेकिन आफत आने या उसे छेड़ने पर वह डंक भी मार देती है। सैनी ने पत्रकारों के हितों, सुरक्षा कानून व सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी पैरवी की। साथ ही नेपोलियन बोनापार्ट समेत अन्य महापुरूशों के उदाहरण देते हुए पत्रकारिता का महत्व, पत्रकारों के कर्तव्य, मेहनत, लगन, ईमानदारी समेत सात गुणों की व्याख्या की।
नेता, बाबा और पत्रकार के बनने के लिए कोई योग्यता नहींः रासबिहारी
इससे पूर्व जार के राश्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी ने पत्रकार सुरक्षा कानून की पैरवी करते हुए कहा कि सरकार से इसे लागू कराने के लिए संगठन की ओर से संघर्श किया जा रहा है। ताकि पत्रकारों का हित सुरक्षित हो सके। राज्यों सरकारों पर भी बनाने के लिए पिछले माह प्रत्येक राज्य में ज्ञापन दिए गए थे। आज देष में नेता, बाबा और पत्रकार बनने के लिए कोई योग्यता नहीं। जबकि अन्य सभी क्षेत्रों में अनिवार्य है। इसी वहज से वास्तविक पत्रकार षोशित हो रहा है। उनको उनका हक नहीं मिल रहा। आए दिन पत्रकारों की हत्या की घटनाएं हो रही है। सरकार की ओर से गठित प्रेस बोर्ड कागजी रह गया है। इसलिए मीडिया काउंसिल बननी चाहिए। ताकि 24 घंटे में जांच कर तुरंत पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए कार्यवाही षुरू हो जाए। राश्ट्रीय अध्यक्ष ने नोटबंदी को पत्रकारिता क्षेत्र में हितकारी मानते हुए कहा कि अब वेतन समेत अन्य भुगतान मीडिया संस्थानों को भी डिजिटल तरीके या चेक से करना पड़ेगा। मीडिया में बुराई के रूप में पनपी पेड न्यूज का सिस्टम भी खत्म हो सकेगा। डिजिटल पेमेंट व्यवस्था से इस क्षेत्र में हो रही अनियमितताओं पर काफी हद तक अंकुष लग सकेगा। रासबिहारी ने कहा कि पत्रकारिता कभी मिषन रहा ही नहीं। मिषन तो पत्रकारिता थी। जो देष के आजाद कराने के लिए षुरू की गई और क्रांतिकारियों ने अखबार निकाले। आज श्रम विभाग किसी फैक्ट्री से मजदूरों को हटाने पर तुरंत कार्यवाही करता है। पिछले दिनों में कई प्रमुख मीडिया संस्थानों से पत्रकारों को निकाला गया। लेकिन अफसोस की बात है कि उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती। जबकि इसकी षिकायत संगठन की ओर से भी की जा चुकी थी। उन्होंने इलेक्ट्रोनिक मीडिया के लिए गाइड लाइन होनी चाहिए। ताकि साख बनी रह सके। इस दौरान जार की बारां जिला इकाई की ओर से केक काटकर राश्ट्रीय अध्यक्ष का जन्म दिन भी मनाया।
पत्रकार कल्याण कोश की स्थापना का प्रस्ताव पारितः
अधिवेषन के दौरान आयोजित सामान्य आम सभा में दूसरी बार निर्विरोध नवनिर्वाचित प्रदेष अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने कार्यकारिणी की घोशणा की। जिसमें महामंत्री राधारमण षर्मा, कोशाध्यक्ष अतुल अरोड़ा, संगठन सचिव भवानीषंकर जोषी को नियुक्त करते हुए 21 कार्यकारिणी सदस्य बनाए। वहीं सदन में पत्रकार कल्याण कोश व कार्यकारिणी में 31 सदस्य बनाने का प्रस्ताव भी ध्वनिमत से पारित कराया। उन्होंने कोश के लिए मौके पर ही एकत्रित राषि की जानकारी दी। जिसमें एक लाख 51 रूपए केवल पत्रकारों व जार के पदाधिकारियों ने ही दिए हैं। इस दौरान सर्वाधिक राषि एक लाख 11 रूपए देने वाले टांेक जिला इकाई के सदस्य भगवान सहाय का अतिथियों ने अभिनंदन किया। प्रदेष अध्यक्ष गुप्ता ने अपने दूसरे कार्यकाल में चार गुनी क्षमता पत्रकारों के हितों के लिए संघर्श करने का आह्वान किया।
इन्होंने भी किया संबोधित-
जिला उपाध्यक्ष राजेष पंकज ने बताया कि अधिवेषन को राजस्थान वरिश्ठ बोर्ड के अध्यक्ष पे्रमनारायण गालव, जिला कलक्टर डाॅ. एसपी सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक डीडी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र नागर, पूर्व मंत्री मदन दिलावर, जार के प्रदेष महामंत्री राधारमण षर्मा आदि ने भी संबोधित किया। स्वागत भाशण जिलाध्यक्ष योगेष गुप्ता और धन्यवाद महामंत्री लक्ष्मण वर्मा सागर ने व्यक्त किया।
ये रहे मौजूद-
मंच पर जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, एनजेयू के राश्ट्रीय सचिव धीरज गुप्ता तेज, जार के निर्वाचन अधिकारी नवीन षर्मा, संगठन सचिव ललित षर्मा, प्रदेष महामंत्री राधारमण षर्मा, रिछपाल पारीक, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र षर्मा आदि तथा अधिवेषन में समेत बड़ी संख्या में प्रदेषभर से आए पत्रकार व जार के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे। सम्भागीय सचिव कुषकुमार मिश्रा, प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य सुरेष जैन, मंत्री नीरज पोरवाल, कोशाध्यक्ष नरेष गोयल पैंतरा, ओमप्रकाष गौतम, रामेष्वर गौतम, ओम षर्मा, हेमराज यदुवंषी, बृजमोहन मेहता, तेजमल पोरवाल, अनिल सपरा समेत सभी पदाधिकारियांे व कार्यकारिणी सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया और जिला इकाई की ओर से प्रतीक चिन्ह भेंट किए।
वर्मा व मोहबिया का किया सम्मान-
अधिवेषन के दौरान वरिश्ठ पत्रकार, षिक्षाविद एवं कोटा खुला विष्वविद्यालय की सर्वाधिक डिग्रिया हांसिल कर लिमका बुक आॅफ वल्र्ड में नाम दर्ज कराने वाले विश्णु वर्मा को तथा अंता के पत्रकार पवन मोहबिया को पत्रकारिता के साथ सामाजिक सरोकार के तहत 49 बार रक्तदान करने पर कृशि मंत्री सैनी और मंच ने षाॅल ओढ़ाकर तथा प्रतीक चिन्ह व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।

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