नारी ही समाज की शान है-बी.के.कमल

बीकानेर, 7 मार्च। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र सार्दुल गंज में महिलाओं के आध्यात्मिक, सामाजिक, मानसिक चेतना के लिए समारोह आयोजित किया गया।

समारोह में मुख्य वक्ता विश्व विद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र की संभाग संचालिका बी.के.कमल ने कहा कि नारी को नारायणी, देवी व मातृशक्ति के रूप में सम्मान देने की परम्परा अनादिकाल से भारत में चल रही है । नारी अपनी शक्ति को पहचाने तथा सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक के साथ आध्यात्मिक व मानसिक उन्नति के लिए कार्य करें। नारी को अपने कर्मों से अपने जीवन ही नहीं परिवार व समाज को स्वर्ग बनाने के प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने कहा विश्व में महिलाओं द्वारा संचालित विश्व के सर्वाधिक वृहद आध्यात्मिक संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा मनुष्य को उसके आत्म सम्मान की समृति दिलाने व उसके सशक्तिकरण के लिए जो पावन कार्य किया जा रहा है वह हम सभी लोगों को प्रेरित व प्रोत्साहित करता है। बेहतर विश्व की संकल्पना हमें समाज के सभी वर्गों के उत्थान की ओर सोचने के लिए प्रेरित करती है। जब सभी वर्गों का सर्वागींण विकास होता है, तब सुखद वातावरण का निर्माण होता है। महिला वर्ग समाज की धु्ररी है।

उन्होंने एक कविता के मुखड़ा ’’नारी ही समाज की शान है’’ सुनाते हुए कहा कि सेवा समर्पण की प्रतिमूर्ति नारी वर्तमान में सभी क्षेत्रों में अपना वर्चस्व स्थापित कर रही है। महिला का विकास समाज व राष्ट्र का विकास है। शिक्षा, संस्कार, दृष्टिकोण और जागरुकता विकास का आधार है। इस अवसर पर सुनीता गोयल ने काव्य पाठ किया।

महिला दिवस पर गुरुवार को शाम पांच बजे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के रानीसर बास स्थित उप केन्द्र में भी विशेष योगाभ्यास के साथ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

error: Content is protected !!