रास आ रही टेलीमेडिसिन सेवा

घर के नजदीक मिल रही जयपुर बैठे सुपरस्पेशलिस्ट की सेवाएं
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बीकानेर। बीकानेरवासियों को टेलीमेडिसिन सेवा अब खूब रास आने लगी है। जहां पहले सिर्फ रेफरल आधार पर ही सेवा का उपयोग हो रहा था वहीँ अब खुद मरीज इस सेवा की मांग करने लगे हैं यही कारण है कि योजना के 5 शुरूआती महीनो में जहाँ योजना की प्रगति जिला अस्पताल में बहुत धीमी थी, अब प्रतिदिन मरीज इसका लाभ लेने लगे हैं। जिले में ये टेली हेल्थ सेवाएं सीएचसी खाजूवाला, सीएचसी लूणकरणसर व जिला चिकित्सालय (सैटेलाइट अस्पताल) में संचालित हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि सीएचसी खाजूवाला में अब तक 230, सीएचसी लूणकरणसर में अब तक 210 व जिला चिकित्सालय (सैटेलाइट अस्पताल) में अब तक कुल 475 मरीज लाभान्वित हो चुके हैं। और प्रतिमाह ये आंकड़ा उत्तरोत्तर बढ़ रहा है। जिला हेडक्वार्टर पर सरकारी व निजी क्षेत्र में विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध होने के बावजूद आम जन को टेलीमेडिसिन सेवाएं बेहतरीन साबित हो रही हैं। चर्म एवं रति रोग विशेषज्ञ सेवाओं का सर्वाधिक लाभ लिया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेश में मरीजों को कम समय और कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण विशेषज्ञ चिकित्सकीय सेवायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गयी टेलीमेडिसिन सेवा से आमजन को घर के नजदीक सुपर स्पेशलिटी सेवाएं मिल रही हैं। योजना के तहत तीनो चिकित्सालयों में एक अलग टेलीमेडिसिन कक्ष स्थापित किया गया है जिसमे मरीजों को जयपुर बैठे विशेषज्ञ से ऑनलाइन परामर्श मिलता है। इसके लिए एक नोडल अधिकारी चिकित्सक व प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ को लगाया गया है। राज्य भर के 30 जिला अस्पतालों, 17 सब-डिविजन अस्पतालों, 4 सेटेलाईट अस्पतालों व 49 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों यानिकी कुल 100 संस्थानों पर ये सेवा संचालित है। परियोजना में चिकित्सा संस्थानों को महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर स्थित सेंट्रल सर्वर से जोड़ कर विषेशज्ञ सेवाएं दी जा रही हैं। प्रदेश में टेलीमेडिसिन सुविधा सेवा प्रदाता संस्था ग्लोकल हेल्थ-केयर सिस्टमस् प्राईवेट लिमिटेड, कोलकता द्वारा दी जा रही है जिसके द्वारा समस्त उपकरण-सॉफ्टवेयर स्थापित कर स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है और सेवाओं का संचालन किया जा रहा है।

तय टाइम टेबल अनुसार विशेषज्ञ सेवाएं
डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि सेेन्ट्रल साइट पर निर्धारित समयानुसार विशेषज्ञ चिकित्सीय सेवायें उपलब्ध करवायी जा रही हैं। सोमवार से शनिवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ व जनरल फिजिशियन की सेवाएं सुलभ हैं। सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक आर्थोपेडिशियन सेवाएं प्रत्येक सोमवार को, स्किन एवं वीडी सेवाएँ प्रत्येक सोमवार व बुधवार को, गैस्ट्रोएन्ट्रोलोॅजिस्ट व आॅन्कोलाॅजिस्ट मंगलवार को, एंडोक्राईनोलाॅजिस्ट बुधवार को, कार्डियोलाॅजिस्ट की सेवाएं गुरूवार व शनिवार को, पी.एम.आर. गुरूवार को, नेफ्रोलाॅजिस्ट व न्यूरोलाॅजिस्ट शुक्रवार को तथा यूरोलाॅजिस्ट विशेषज्ञों की सेवायें शनिवार को उपलब्ध हैं। टेलीमेडिसिन सेवा परियोजना वाले इन चिकित्सा संस्थानों पर स्थापित कक्ष में डिजिटल ईसीजी, डिजिटल स्टेथोस्कोप, डिजिटल डर्मोस्कोप, बीपी उपकरण, पल्स आॅक्सीमीटर, थर्मामीटर व स्केनर इत्यादि उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं।

यूं मिलता है परामर्श
जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि चिकित्सक मरीज के उपचार के दौरान यदि विशेषज्ञ चिकित्सक की सेवाओं की आवश्यकता चाहे तो उसे टेली मेडिसिन कक्ष भेज देता है। कक्ष में नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीज की समस्त सूचनाएं व जांच रिपोर्ट hellolyf.com पोर्टल में दर्ज कर विशेषज्ञ से सलाह के लिए विडियो कांफ्रेंस करवाई जाती है। जयपुर स्थित विशेषज्ञ चिकित्सक से आॅनलाइन परामर्श सुलभता से मिल जाता है। परामर्श के दौरान विशेषज्ञ की सलाहनुसार टेलीमेडिसिन कक्ष में मौजूद उपकरणों की सहायता से मरीज की विभिन्न जांचे आॅनलाइन देखी जा सकती है एवं आवश्यक दवाओं सम्बन्धी प्रिस्क्रिप्शन भी आॅनलाइन दी जाती हैं और दवाएं निःशुल्क दवा योजना में उपलब्ध करवा दी जाती हैं। स्वास्थ्य लाभ की मौद्रिक गणना नहीं की जा सकती लेकिन अन्यथा प्रत्येक सुपरस्पेशलिटी परामर्श के लिए मरीज को कम से कम 300 से 500 रूपए खर्च करने पड़ते।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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