एमजेएसए से हुआ जल संरक्षण का अनुकरणीय कार्य- डॉ. गुप्ता

बीकानेर, 15 मई। जिला कलक्टर डॉ. एन के गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से जल संरक्षण का अनुकरणीय कार्य हुआ है। अभियान के तहत तालाबों, टांकों व जलहौदों में वर्षा का पानी आने से आमजन को बड़ी राहत मिली है। जल संरक्षण के लिए आमजन को प्रेरित किया जाए।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत हुए कार्यों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में बताया गया कि अभियान के तृृतीय चरण में जिले के 25 गांवों में जल संरक्षण से जुड़े कार्य होंगे, इसके तहत अब तक लगभग 5779.33 लाख रुपये की अनुमोदित डीपीआर के 4 हजार 712 कार्य चिन्हि्त किए गए हैं। साथ ही एमजेएसए चतुर्थ चरण में जिले में 13 ग्राम पंचायतों के 24 गांव चयनित किए गए हैं। डॉ. गुप्ता ने निर्देश दिए कि तृतीय चरण के तहत सभी ब्लॉक्स में आगामी 30 मई तक 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। चतुर्थ चरण का प्री सर्वे कार्य आगामी सोमवार तक पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। अभियान के चतुर्थ चरण के सम्बंध में आईईसी गतिविधियां आयोजित की जाएं तथा विभिन्न माध्यमों के द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि खाजूवाला, कोलायत क्षेत्र में तालाब चिन्हित कर वहां श्रमदान किया जाए, इस कार्य में ग्रामीणों, प्रशासन, बीएसएफ, सेना व अन्य संगठनों की मदद ली जाए।
प्रगति समीक्षा- जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि एमजेएसए के प्रथम चरण में जिले के 19 गावों में 3 हजार 566 कार्य पूर्ण कर, इन पर 4814.81 लाख रूपये व्यय किए गए। द्वितीय चरण में 26 गावों में टांके, तालाब निर्माण, चारागाह विकास, डिग्गी निर्माण के 3 हजार 781 कार्य पूर्ण कर 4598.05 लाख रूपये व्यय किए गए हैं।
70 करोड़ लीटर वर्षा जल संग्रहण क्षमता विकसित- बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक प्रथम चरण व द्वितीय चरण में जलसंरक्षण के कार्यों से लगभग 70 करोड़ लीटर वर्षा जल संग्रहण की क्षमता विकसित हुई है। तृतीय चरण में प्रस्तावित कार्यों से लगभग 30. 30 करोड़ लीटर जल भंडारण की क्षमता विकसित होगी, जो जिले के लिए अत्यंत लाभदायक रहेगी।
एक लाख 34 हजार से अधिक पौधे लगाए – बैठक में बताया गया कि अभियान के प्रथम एवं द्वितीय चरण में क्रमशः 71 हजार 667 एवं 62 हजार 595 सहित कुल 1 लाख 34 हजार 262 पौधे लाभांवित गांवों की सामुदायिक भूमि एवं लाभांवितों की निजी भूमि एवं आवास परिसर में लगाए गए। जिला कलक्टर ने कहा कि लगाए गए पौधों की उचित देखभाल सुनिश्चित करते हुए इस कार्य का फॉलोअप किया जाए, जिससे अधिकाधिक पौधे जीवित रहें।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सिंह, अधीक्षण अभियंता जलग्रहण भागीरथ बिश्नोई, अधिशाषी अभियंता यशपाल पूनिया, उपनिदेशक कृषि विस्तार डॉ उदयभान, सहायक निदेशक डॉ जयदीप दोगने सहित विकास अधिकारी उपस्थित थे।

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