87 अस्पतालों में 2,570 गर्भवतियों की हुई प्रसव पूर्व जांचें

14 निजी गायनेकोलोजिस्ट ने दी निःशुल्क सेवाएं
बीकानेर। प्रतिमाह की भांति 9 तारीख भावी माताओं के नाम रही गुरुवार को पूरे देश के साथ बीकानेर में भी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत विशेष एएनसी शिविर आयोजित किए गए। आशा और एएनएम द्वारा घर-घर सूचना देकर गर्भवतियों को डॉक्टरी जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मीणा ने बताया कि बारिश के बावजूद इस माह पीएमएसएमए शिविर अत्यंत सफल रहे। समस्त सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, शहरी डिस्पेंसरी और जिला अस्पताल सहित जिले भर के 87 अस्पतालों में चिकित्सकों द्वारा कुल 2,570 गर्भवतियों की गुणवत्तापूर्ण एएनसी जांचें की गई। जिला अस्पताल में डॉ. बी.एल. हटीला, डॉ. विजयलक्ष्मी व्यास, डॉ. सविता परमार व डॉ. मेघा द्वारा 110 गर्भवतियों की एएनसी की गई 41 गर्भवतियों की सोनोग्राफी, 26 की एचआईवी और वीडीआरएल जांचें हुई। शहरी यूपीएचसी में 394, खण्ड बीकानेर में 399, श्रीडूंगरगढ़ में 388, नोखा में 462, कोलायत में 331, लूणकरणसर में 367 व खाजूवाला में 119 गर्भवतियों की जांचे हुई। जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुशील कुमार ने बताया कि जिले के 14 निजी गायनेकोलोजिस्ट ने भी पीएमएसएमए अभियान के तहत स्वेच्छा से निःशुल्क सेवाएं देते हुए कुल 524 एएनसी जांचें की गई। बीकानेर में सरीन लैब व लूणकरणसर में धन्वन्तरी अस्पताल के मार्फत निःशुल्क अल्ट्रासाउंड सेवाएं भी उपलब्ध रही।

मिली निःशुल्क लैब टेस्ट और दवा सुविधा
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि गर्भवतियों को खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, पेशाब की जांच, सोनोग्राफी, वजन की जांच, ऊंचाई, पेट की जांच इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियांे की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी गई। ये जांचें हाई रिस्क गर्भवतियों की पहचान के लिए कारगर है। मातृ व शिशु मृत्युदर में कमी लाने विशेषकर एनीमिया की जांच कर एनेमिक महिलाओं को आवश्यकतानुसार आयरन की गोलियां, आयरन सुक्रोज इंजेक्शन डोज व ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया गया।

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