गहलोत ने पाकिस्तान से विस्थापित होकर आये लोगों से भेंट की

जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने मंगलवार को जोधपुर मपाकिस्तान से विस्थापित होकर आये लोगों के शिविर म जाकर उनसे मुलाकात की तथा दीपावली के अवसर पर मिठाइयां एवं कम्बल प्रदान किये। मुख्यमंत्राी ने डाली बाई चौराहे के पास रह रहे 204 पाक विस्थापितों से मिलकर उनकी समस्याएं सुन° और उन्ह आश्वासन दिया कि उन्ह भारत की नागरिकता दिलवाने के लिये राज्य सरकार को प्रेषित आवेदन भारत सरकार को भिजवा दिये गये ह®। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार उन आवेदनों पर शीघ्र कार्यवाही करवाने के लिये भारत सरकार के सम्पर्क म है।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि जो पाक विस्थापित धार्मिक वीजा पर आये हैं, उन्ह दीर्घ्ा कालिक वीजा दिलवाने के प्रयास किये जा रहे ह®। उन्होंने जिला कलटर को निर्देश दिये कि वे पाक विस्थापितों की समस्याओं को सुलझाने के लिये प्रयास कर। पाक विस्थापितों ने अपने ग्रुप लीडर चेतनराम भील के माध्यम से मुख्यमंत्राी से मांग की कि उन्ह भारत म रहने के लिये नागरिकता दी जाये तथा शरणार्थी का दर्जा दिया जाये। मुख्यमंत्राी ने विस्थापितों के शिविरों मरह रहे बच्चों एवं महिलाओं से भी बातचीत की। सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष प्रेमचंद मीणा ने मुख्यमंत्राी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता गहलोत उनकी पत्नी को शॉल भट किये तथा दीपावली के अवसर पर पाक विस्थापितों का ध्यान रखने के लिये उनका आभार व्यत किया। हिन्दूसिंह सोढ़ा ने भी मुख्यमंत्राी को पाक विस्थापितों की समस्याओं पर ध्यान देने के लिये मुख्यमंत्राी का आभार व्यत किया। इस अवसर पर महापौर श्री रामेश्वर दाधीच, जिला कलटर श्री गौरव गोयल, जेडीए चेयरमैन श्री राजेन्द्र सोलंकी एवं पूर्व विधायक श्री जुगल काबरा भी मुख्यमंत्राी के साथ थे।
मुख्यमंत्राी से 1997 मपाकिस्तान से आये विस्थापितों ने भी मुलाकात की जो वर्तमान मकालीबेरी क्षेत्रा की भील बस्ती म रहते ® । 1997 के पाक विस्थापितों ने मुख्यमंत्राी से मांग की कि उन्ह मूल निवास प्रमाण पत्रा तथा जाति प्रमाण पत्रा जारी किये जाय। इस पर मुख्यमंत्राी ने जिला कलटर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्राी को पाक विस्थापितों से बातचीत के दौरान यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि उनके बच्चे शिविर म शिक्ष् ाा प्राप्त कर रहे ह®। गहलोत ने जब पाक विस्थापितों से कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ाने के लिये प्रयास कर और राज्य सरकार उनकी हर तरह से मदद करेगी। इस पर पाक विस्थापितों ने मुख्यमंत्राी को बताया कि शिविर के सभी बच्चे शिविर म ही पढ़ाई कर रहे ह®।

जयपुर मेडिकल सुविधाओं का हब बन रहा है
जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सरकारी एवं निजी क्षेत्रा में चिकित्सा सेवाओं के विस्तार की वजह से ही आज जयपुर मेडिकल सुविधाओं का हब बन रहा है।
श्री गहलोत शुक्रवार को जगतपुरा में सेन्ट्रल स्पाइन, महल योजना क्षेत्रा में क्रिटिकल केयर एण्ड ट्रोमा अस्पताल के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। करीब पांच हजार वर्ग फीट क्षेत्रा में निर्मित इस अस्पताल के निर्माण में लगभग 25 करोड़ रुपये व्यय हुए हैं। इससें 150 शैय्याओं की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि आज बढ़ती आबादी के अनुरूप चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार की मंशा है कि निजी क्षेत्रा के साथ-साथ पीपीपी मोड पर भी प्रदेश में और अधिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनंे।
उन्होंने कहा कि पूर्व में दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में इलाज से पहले कई तरह की औपचारिकताएं पूरी करवानी होती थी लेकिन राज्य सरकार ने चिकित्सा को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया जिससे आज मरीज के आते ही उसका इलाज शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल लीक से हटकर है तथा आज इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भी ट्रोमा अस्पताल का बड़ा प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है। यह सुविधा सभी अस्पतालों में होनी चाहिए।
श्री गहलोत ने कहा कि मरीज डॉ. को ईश्वर के रूप में देखता है। ऐसे में डॉ. भी मरीज की चिकित्सा में कोई कमी नहीं छोड़ता है। आम जनता को जहां डॉ. की स्थिति को समझने की आवश्यकता है वहीं डाक्टर को मरीजों की मनोस्थिति समझने की जरूरत है। आमजन को बेहतर चिकित्सा मिले तथा निर्धनतम लोगों को भी चिकित्सा का लाभ समय पर उपलब्ध हो इसीलिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्राी बीपीएल जीवन रक्षा कोष से पूर्णतया निःशुल्क एवं मुख्यमंत्राी सहायता कोष से 60 हजार रुपये तक की चिकित्सा सहायता सुलभ करवाने की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की जननी शिशु सुरक्षा योजना को देश में सबसे बेहतर तरीके से राजस्थान में लागू किया गया है। प्रसूता महिला और उसके बच्चे को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ दिलाने के साथ ही उन्हें घर से अस्पताल एवं वापस घर छोड़ने के लिए एक लाख 18 हजार वाहनों को चिन्हित किया गया। अब 400 एम्बूलेंस-104 अलग से प्रसूताओं की देखभाल में लगी हुई है। इस योजना से प्रदेश में 6 लाख महिलाओं एवं 2 लाख शिशुओं को लाभान्वित किया गया है।
श्री गहलोत ने कहा कि आज मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना की तारीफ हर तरफ हो रही है। तमाम शंकाओं को निर्मूल साबित करते हुए यह योजना सभी वर्गों के मरीजों को राहत पहुंचा रही है। आज सरकारी अस्पतालों में इस योजना की वजह से ही 40 से 50 प्रतिशत आउटडोर मरीज बढ़ गये हैं। इसके
लिए समस्त चिकित्सक एवं चिकित्सा विभाग बधाई के पात्रा है। उन्होंने कहा कि आदमी तो अपनी पीड़ा बता सकता है लेकिन मूक पशु की पीड़ा को समझते हुए गत 15 अगस्त से राज्य में मुख्यमंत्राी निःशुल्क पशुधन दवा योजना भी लागू कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संतान हीनता की समस्या का सामना कर रहे दम्पत्तियों के जीवन में चिराग की रोशनी बिखेरने के लिए उनके इलाज की व्यवस्था की है। ऐसे जिले जहां एक भी फर्टिलिटी क्लिनिक नहीं है वहां प्रथम क्लिनिक की स्थापना पर राज्य सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जायेगी। ये क्लिनिक बीपीएल दम्पत्तियों की निःशुल्क चिकित्सा करेंगे। इसके अतिरिक्त एक लाख रुपये प्रतिवर्ष तक की आय वाले दम्पत्तियों द्वारा अनुमोदित फर्टिलिटि क्लिनिक्स में उपचार करवाने पर अधिकतम 20 हजार रुपये दवाओं हेतु अनुदान दिया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी श्री ए.ए.खान (दुर्रू मियां) ने कहा कि ट्रोमा अस्पताल ना केवल शहर बल्कि प्रदेश की जरूरत भी है। उन्होंने सड़क, जलने आदि से होने वाली दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इनके इलाज के लिए प्रदेश में उपलब्ध दो हजार बैड्स के मुकाबले हमें 5 हजार क्रिटिकेयर बैड्स की जरूरत है। ऐसे में यह ट्रोमा अस्पताल अपने आप में महत्वपूर्ण है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी ने राज्य सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों के लिए मुफ्त इलाज, जननी शिशु सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना की कामयाबी का जिक्र करते हुए बताया कि निःशुल्क दवा योजना के कारण ही राज्य में प्रतिदिन ढाई लाख मरीजों को प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्थित 15 हजार 500 दवा केन्द्रों से मुफ्त दवा दी जा रही है। आज अन्य राज्य भी हमारी योजना की सफलता को देखने एवं उसका अध्ययन करने के लिए राजस्थान आ रहे हैं। देश के छोटे राज्य भी इस योजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए राजस्थान की मदद मांग रहे हैं। उन्होंने चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल कार्मिकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके सहयोग से ही हम मरीजों को अच्छी गुणवत्ता की जेनरिक दवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। राज्य सरकार आने वाले समय में निःशुल्क जांच की सुविधा सुलभ करवाने की दिशा में भी कार्य कर रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजस्थान फाउण्डेशन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि जयपुर को विश्व स्तरीय शहर बनाने के लिए यहां विकास के साथ-साथ उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं भी बढ़ रही हैं। उन्होंने ट्रोमा अस्पताल की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जिस सेवा भावना से यह अस्पताल शुरू किया गया है इसमें उसे सफलता हासिल होगी। इससे पहले अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र रूंगटा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। एम.एन. टण्डन मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती माया टण्डन ने ट्रस्ट की गतिविधियों तथा सड़क दुर्घटनाओं में इलाज के लिए आधारभूत पाठ्यक्रम की जानकारी दी। सभी का आभार डॉ. मनीष मुंजाल ने ज्ञापित किया।
इससे पहले मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने फीता काटकर क्रिटिकल केयर एण्ड ट्रोमा अस्पताल का विधिवत लोकार्पण किया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री पानाचन्द जैन, प्रमुख चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव श्री दीपक उप्रेती सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।

पद्म मेहता को राना द्वारा सम्मानित किये जाने पर बधाई
जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने राजस्थानी एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका (राना) के कनाडा चैप्टर द्वारा राजस्थानी मासिक पत्रिका ’’माणक’’ के प्रधान संपादक श्री पद्म मेहता को सम्मानित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।
राजस्थानी एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका (राना) के कनाडा चैप्टर द्वारा रविवार 18 नवम्बर को टोरंटों में दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया है, जिसमें राजस्थानी मासिक पत्रिका ’’माणक’’ एवं दैनिक जलतेदीप के प्रधान संपादक श्री पद्म मेहता को उनके राजस्थानी भाषा और पत्राकारिता के क्षेत्रा में विशेष योगदान के लिये सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लेने श्री पद्म मेहता की ओर से सम्मान स्वरूप दिये जाने वाले पुरस्कार को प्राप्त करने के लिये उनके पुत्रा और जलतेदीप एवं माणक के जयपुर में प्रभारी श्री दीपक मेहता शुक्रवार को नई दिल्ली से टोरंटों के लिये रवाना हो गये।
मुख्यमंत्राी श्री गहलोत ने श्री मेहता को भेजे गये अपने बधाई संदेश में कहा है कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को प्रवासी राजस्थानियों में विभिन्न तीज-त्यौहारों पर स्नेह मिलन समारोह आदि के आयोजन से हमारी विरासत एवं परम्पराओं को आगे बढ़ाने के साथ ही नई पीढ़ी को इनकी विशेषताओं से रूबरू कराने का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसरों पर देश और प्रदेश में कला, साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्रा में योगदान करने वाले राजस्थानियों की सेवाओं के लिये सम्मानित करना अपने आप में महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्राी ने अपने बधाई संदेश में सभी प्रवासी राजस्थानियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए इस अवसर पर सम्मानित होने वाले वरिष्ठ पत्राकार श्री पद्म मेहता सहित सीनेटर डॉ.(श्रीमती) आशा सेठ एवं डोन मेरेडिथ, श्री मंसाराम, पेंटर(कनाडा), डॉ. अमित आर्य संस्थापक एवं कला निदेशक पं. जसराज संगीत संस्थान, टोरंटों को उनकी उपलब्धियों के लिये हार्दिक बधाई दी है और सभी राजस्थानी प्रवासियों की खुशहाली, समृद्धि और प्रगति के लिये मंगल कामनाएं की हैं।

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