गौ सेस का शत प्रतिशत गोवंश संवर्धन पर ही खर्चे सरकार: देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 15 सितम्बर।
स्टाम्प ड्यूटी पर देय 20 प्रतिशत अधिभार का महज पचास प्रतिशत हिस्सा ही प्रदेशभर में संचालित गौशालाओं की गायों के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए देने के सरकार के निर्णय का वरिष्ठ भाजपा नेता एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने पुरजोर विरोध किया है। देवनानी ने कहा कि गायों पर खर्च की जाने वाली राशि में कटौती कर सरकार ने सात करोड देशवासियों की आस्था के साथ खिलवाड किया है जिसका परिणाम उसे निकट भविष्य में भुगतना होगा।
देवनानी ने कहा कि पूर्व में गायों के संरक्षण तथा गौवंश संवर्धन के लिए स्टाम्प ड्यूटी पर दस प्रतिशत अधिभार देय था। करोडों प्रदेशवासियों की आस्था का केन्द्र गौमाता की उचित देखभाल हो इस उद्धेश्य से अधिभार को बढाकर बीस प्रतिशत तक किया गया लेकिन सरकार की ओर से हाल ही में विधानसभा के दौरान अधिभार से प्राप्त सम्पूर्ण राशि का उपयोग प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं, सूखा, बाढ., महामारी, लोक स्वास्थ्य की तात्कालिक जरूरतों, आगजनी आदि के प्रभाव को कम करने हेतु खर्च किया जाना प्रस्तावित किया गया जिसका सदन में भाजपा विधायकों एवं सदन के बाहर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से विरोध किया गया। इसी विरोध का परिणाम है कि सरकार ने गौ सेस का पचास प्रतिशत हिस्सा गोवंश संवर्धन पर खर्च करने का निर्णय लिया।
देवनानी ने कहा कि प्रदेश में गायों के संरक्षण एवं संवर्धन की उचित व्यवस्था नहीं है। राज्य की गौशालाओं और वहां पर ंगायों की संख्या को देखते हुए सरकार को बजट बढाने की आवश्कता है। वर्तमान में सरकार द्वारा जो बजट खर्च किया जा रहा है वह उंट के मुहं में जीरे के बराबर है। सौ प्रतिशत हिस्सा न देकर उसमें पचास प्रतिशत हिस्सा काटकर देने का निर्णय सरकार की गायों के प्रति संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। देवनानी ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में तो सरकार द्वारा गौशालाओं को देय बजट भी अभी तक नहीं दिया गया है।

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