डायरी घोटाला शिक्षा विभाग में घोटालों की ‘डायरी’: देवनानी

-सत्रांत में 84.27 लाख विद्यार्थियों को दैनिक डायरी देने का मामला।
-शिक्षा विभाग में 22 करोड का घोटाला, विभाग सरकारी धन को पानी की तरह बहाने को आमादा।
-देवनानी ने जडा विभागीय अधिकारियों पर चहेती फर्म को फायदा देने का आरोप।

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर/जयपुर, 21 मार्च।
सत्रांत में विद्यार्थियों को दैनिक डायरी बांटने का मामला तूल पकडता जा रहा है जिस पर भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने भी प्रतिक्रिया दी है। देवनानी ने कहा कि सत्रांत में विद्यार्थियों को डायरी देने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है फिर भी शिक्षा विभाग के अधिकारी दैनिक डायरियां बांटने को आमादा है। यह मामला डायरी बांटने के नाम पर 22 करोड रूपए का घोटाला मात्र नहीं है बल्कि प्रदेश के शिक्षा विभाग में पिछले तीन साल से जारी असख्य घोटालों की बानगी भर है।
देवनानी ने कहा कि छात्र को पढाने और होमवर्क की सूचना पेरेंट्स को मिले इस उद्धेश्य को लेकर प्रदेश के विद्यार्थियों को सत्र के प्रारंभ में दैनिक डायरी दी जानी थी। विभाग द्वारा 28 जून को संबंधित फर्म को डायरी वितरण हेतु आदेश तक जारी कर दिया लेकिन पूरा सत्र खत्म होने को आया पर तय फर्म की ओर से बच्चों को डायरी नहीं बांटी गई। सत्र समाप्ति में अब मात्र एक माह शेष है। सत्रांत में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते संबंधित फर्म 84.27 लाख विद्यार्थियों को दैनिक डायरियां बांटने को आमादा है। सत्रांत में फर्म द्वारा 22 करोड की लागत से तैयार डायरियां बांटना निश्चित ही तय चहेती फर्म को फायदा देने की ओर संकेत है।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में प्रदेश में शिक्षा का बंटाधार तो हुआ ही है साथ ही शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार भी चरम पर है। दैनिक डायरी वितरण के नाम पर 22 करोड का घोटाला तो केवल बानगी भर है ऐसे अनेकों घोटालों का खेला जाने-अनजाने में विभागीय अधिकारियेों की ओर से प्रदेश में खेला जा रहा है। सरकार में बैठे लोगों की मिलीभगत से शिक्षा विभाग में सरकारी एवं जनता के धन को पानी की तरफ बहाया जा रहा हैै। देवनानी ने बच्चों को डायरी देने के नाम पर किए जा रहे 22 करोड के घोटाले के दोषी अधिकारियों केे खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

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