नववर्ष की हार्दिक शुभ कामनायें

डा. जे.के.गर्ग
स्नेही आत्मीय स्वजन
आप सभी को विक्रम सवंत 2075, चैत्र शाके 1940,युगाब्द 5120 (18 मार्च 2018) के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई एवं अभिनन्दन और शुभकामनायें | नववर्ष आपके और आपके परिवार के सभी स्वजनों के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में यश, वैभेव, सुख और सम्रद्धि लायें | आप सभी स्वस्थ रहें और शतायु हों |

स्मरणीय है कि वसंत ऋतु का आरंभ वर्ष प्रतिपदा से ही होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है। फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है। नक्षत्र शुभ स्थिति में होते हैं अर्थात् किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिये यह शुभ मुहूर्त होता है।

वहीं चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का विशिष्ट ऐतिहासिक महत्व भी हैं क्योंकि मान्यता है कि चैत्र शुक्ल पक्ष के प्रथम दिन सूर्योदय के समय ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी। सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। इन्हीं के नाम पर विक्रमी संवत् का पहला दिन प्रारंभ होता है। कहते हैं कि प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का दिन यही है। चेत्र प्रतिप्रदा शक्ति और भक्ति के प्रतीक नवरात्र का पहला दिन भी है। युधिष्ठिर का राज्यभिषेक भी इसी दिन हुआ। चेत्र प्रतिप्रदा ही सिखो के द्वितीय गुरू श्री अंगद देव जी का जन्म दिवस भी है। स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने इसी दिन आर्य समाज की स्थापना की एवं कृणवंतो विश्वमआर्यम का संदेश दिया | सिंध प्रान्त के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरूणावतार संत झूलेलालजी का अवतरण भी इसी दिन हुआ था | सम्राट विक्रमादित्य की भांति शालिवाहन ने हूणों को परास्त कर दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना था।

आप सभी के लिये नव संवत्सर मंगलमय हो |

डा.जे.के.गर्ग—श्रीमती डा. विनोद गर्ग, संदीप-मनीषा-आरुष, सुरभी-मुनीष-आर्ची-आन्या एवं निमिष-सुरीना-निरीना 2 ग 16, वैशाली नगर,अजमेर-305001, मोबाइल 9413879635

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