विलक्षण प्रतिभाशाली लौह पुरुष सरदार पटेल के जीवन की कुछ प्रेरणादायक अनसुनी घटनायें Part 1

dr. j k garg
वल्लब भाई का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था और उनका 15 दिसंबर 1950 को हुआ था | संयोगवश नेहरूजी और सरदार पटेल का निधन 75 वर्ष की ऊम्र में ही हुआ था | सरदार 1931 मे कराची में कांग्रेस के अध्यक्ष बने | पटेल भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री बने | राष्ट्र लोह पुरुष को उनके 146 जन्मदिन पर आदर के साथ शत शत नमन करता है | लौह पुरुष सरदार पटेल के नेहरूजी जी बीच आत्मीयता और प्रेम के बावजूद उनके रिश्तों के बारे में भ्रामक और झूठा प्रचार आजकल जोर शोर से किया जा रहा है | नेहरूजी और पटेल के रिश्तो पर सबसे प्रामाणिक दस्तावेज इलाहाबाद के कांग्रेस नेता श्री श्याम कृष्ण पांडे जी के परिवार के पास 715 पन्नो की एक दुर्लभ किताब “नेहरू अभिनंदन ग्रन्थ” है | इस किताब को नेहरू-पटेल के रिश्तो पर सबसे प्रामाणिक दस्तावेज के रूप में माना जाता है | इसी किताब के अंदर 14 अक्टूबर,1949, को लिखा सरदार पटेल का एक पत्र का उल्लेख किया गया जिसमें सरदार लिखते है जवाहरलाल और मैं आज़ादी के सहयोद्धा है और बापू के समर्पित अनुगामी |चूंकि हम दोनों इतने गहरे मित्र रहे कि हमारा आपसी प्यार, विश्वास, समयके साथ बढ़ता गया ही गया| मैं आप लोगो को बता नही सकता कि जब हम एक दूसरे से दूर होते है तो एक दूसरे को कितना “Miss” करते है | में हमारे परस्पर एक दुसरे दूसरे जानने और हमारी आपसी नजदीकियां, प्रगाढ़ता और हम में भाईयो जैसे स्नेह प्रेम को शब्दों के अंदर व्यक्त नही कर सकता |

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