*हमारे क़लमकार*
क़लमकार सब दे रहे , भावों से संदेश। आज जरूरत है यही, एक रहे यह देश ।। एक रहे यह देश , तभी गौरव पाएंगे । कोरोना संग्राम , जीतकर मुस्काएँगे ।। कह नटवर कविराय, घड़ी आई ऐसी जब । धर्म निभाने चले , हमारे क़लमकार सब ।। – *नटवर पारीक*,डीडवाना
क़लमकार सब दे रहे , भावों से संदेश। आज जरूरत है यही, एक रहे यह देश ।। एक रहे यह देश , तभी गौरव पाएंगे । कोरोना संग्राम , जीतकर मुस्काएँगे ।। कह नटवर कविराय, घड़ी आई ऐसी जब । धर्म निभाने चले , हमारे क़लमकार सब ।। – *नटवर पारीक*,डीडवाना
ओम माथुर। जिनको ट्रेन में घर जाना था,ट्रेन उनके ऊपर से निकल कर उन्हें हमेशा के लिए घर से दूर कर गई। लाक डाउन से पहले मजदूरों को घर जाने का मौका नहीं दिया। और अब ट्रेनें और बसें चलाई,तो इतनी कम की इनमें जाने वालों से हजारों गुना लोग सडकों पर पैदल चल रहे … Read more
मेरे लिए या शायद आपके लिए भी, इस समय की सबसे बड़ी चुनौती ये है कि हम अंदाज़ा नहीं लगा पा रहे कि ये कब तक चलेगा। पर हां, इतने संसाधन तो हैं कि अगले 5-6 महीने बिना किसी बड़ी समस्या के हम लोग आसानी से अपनी व्यवस्था कर लेंगे। ऐसा नहीं है कि हमने … Read more
अपनों से मिलने की ऐसी तड़प , विकट प्यास तो न थी शहर की सड़कें पहले कभी यूं उदास तो न थी पीपल की छांव तो हैं अब भी मगर बरगद की जटाएंं यूं निराश तो न थी गलियों में होती थी समस्याओं की शिकायत मनहूसियत की महफिल यूं बिंदास तो न थी मुलाकातों में … Read more
लोकडाउन के वक्त मजदूरों की रहने की व्यवस्था को क्या किसी ने देखा ! और क्या खाने की व्यवस्था कैसी है किसीने उनकी भूख को पढा ! तो क्यो पूछ रहे हो कि ” यह मजदूर अपने राज्य की तरफ क्यों भागना चाहते है ” मजेदार बात यह है कि यह प्रश्न वो लोग पूछ … Read more
महाभारत में पांडवों के 12 वर्ष के वनवास के समय एक सरोवर में पानी पीने से पहले यक्ष द्वारा पूछे गए प्रश्न सर्वविदित हैं । ये प्रश्र देश , काल से परे हैं । जीवन मूल्यों से संबंधित प्रश्न हैं । लेकिन आज अब प्रश्न यह है कि क्या हमारे शास्वत जीवन मूल्य बदल गये … Read more
कोरोना खुश है। पिछले दो दिन में ही उसने सफलता के नए झंडे गाड दिए। लाकडाउन 3.0 सोमवार से ही शुरु हुआ और बीते 48 घंटों में देश-प्रदेश में रिकॉर्ड कोरोना के नए मरीज मिले और रिकॉर्ड मौतें हुई। लाक डाउन 3 में सडकों पर भीड और शराब की दुकानों पर बेशुमार शिकार देख कोरोना … Read more
( कोरोना सम्बंधी जागरूकता का एक अभिनव प्रयास , जिसमें पुराने दौर की तर्ज़ पर एक लम्बी चिट्ठी जो ग्रामीण परिवेश के उस दौर की याद ताजा करती है जब लोगो के पास समय का अभाव नहीं था , लोगों के पास फुर्सत ही फुर्सत थी। लोगों के समाचार जानने और अपने मनोभावों को दूर … Read more
सरकार धीरे-धीरे लॉक डाउन खत्म करेगी क्योंकि सरकार ने सभी को कोरोना बीमारी के बारे में बता दिया है और यह भी बता दिया है कि बीमारी से अमेरिका , स्पेन , इटली , इंग्लैंड , फ्रांस , जर्मनी , रूस , तुर्की , ब्राजील , ईरान आदि विकसित देशों का क्या हुआ है । … Read more
*(मेरे सपनों की शहजादी)* मैं तब भी झुक कर के बाँध- दिया करूँगा , तुम्हारे पैरों में पायल.. हाँ उस उम्र में भी , जब मेरे घुटनों मे दर्द होता होगा। मैं तब भी सँवार दिया करूँगा, करीने से तुम्हारे , अधपके बालों को..! हाँ उस उम्र में भी , जब मेरी उँगलियाँ कांपती होंगी. … Read more
हाँ , मैं स्त्री हूँ , एक बहु , पत्नी , माँ और शायद एक बेटी भी हूँ । मैं शायद खुल के रो नहीं सकती , अंतर के दुःख को दिखा नहीं सकती । आज इस क़हर में मुझे सम्बल देना है सबको , अपने प्यार और ममता का आँचल देना है सबको। सुबह … Read more