हिन्दुओं को गाली देने वाली बिग्रेड अब ‘कैब’ विरोध के नाम पर मैदान में

-संजय सक्सेना, लखनऊ- केन्द्र की मोदी सरकार ने आखिरकार भारी विरोध के बीच अपने घोषणा पत्र के एक और चुनावी वायदे ‘नागरिकता संशोधन बिल’ (कैब)को कानूनी जामा पहना ही दिया। इससे देश का कितना भला होगा,यह तो समय ही बताएगा,परंतु कैब के विरोध ककी सियासत लगातार परवान चढ़ रही हैं। इस बिल के विरोध में … Read more

राजनैतिक स्वार्थों की भेंट चढ़ता असम

राज्यसभा से नागरीकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद से ही लगातार असम में इसका विरोध हो रहा है। इस बिल में यह प्रावधान किया गया है कि अब पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले “अल्पसंख्यक समुदाय” जैसे हिन्दू सिख बौद्ध पारसी और ईसाई समुदाय अगर भारत में शरण लेते हैं तो उनके लिए … Read more

अगर टालनी हो अकाल मृत्यु

-करें ये उपाय, मिलेगा फायदा ======================= कहा जाता है कि जो भी मनुष्य इस धरती पर जन्म लेता है उसकी मृत्यु अवश्य होती है और इसीलिए धरती को मृत्यु लोक भी कहते है। मतलब जैसे जन्म का विधान है ठीक उसी तरह मौत का भी विधान बना हुआ है और इसीलिए मौत हमारे जीवन की … Read more

निमाड़ी बोली में है अपनत्व की मिठास

खंडवा के साहित्यकारों ने निमाड़ी बोली पर हुए कार्यों के अंतर्गत अपने विचार साझा किए । खंडवा ।निमाड़ी बोली में अपनत्व की मिठास है ,यही मिठास निमाड़ी को अन्य लोक भाषाओं से पृथक स्थान प्रदान करती है ।ऐसे ही कुछ विचार स्व.पंडित राम नारायण उपाध्याय के निवास ‘ साहित्य कुटिर’ में शहर के प्रमुख रचनाकारों, … Read more

अरे ! प्याज तो यह रहा

हास्य-व्यंग्य खबर है कि प्याज फिर गायब होगया है. वह आम आदमी की पहुंच से कही दूर चला गया है. प्याज की बडी महिमा है. राजस्थान में बहू जब अपनी सास के तानों से तंग आजाती है तो अपनी “मन की बात” इन शब्दों में कहती है “कब मरेगी सासू, और कब आयेंगे आंसू” परन्तु … Read more

*भौंको मत, पीठ थपथपाओ*

-हैवानों का एनकाउंटर करने वाले हैदराबाद पुलिस के जाबांज अफसर को बारम्बार सेल्यूट ✍प्रेम आनन्दकर, अजमेर। 👉भौंकने दीजिए भौंकने वालों को। चाहे बिकाऊ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भौंके, चाहे मौकापरस्त और स्वार्थी नेता, चाहे कोई अन्य भौंके। जिन लोगों का काम ही भौंकना है, वे भौंके बिना कैसे रह सकते हैं। यह समय भौंकने का नहीं, हैवानों … Read more

*शूट आउट एट तेलंगाना* सलाम पुलिस

*अमित टण्डन* पीटते रहो लकीर कि तेलंगाना पुलिस की मुठभेड़ फर्जी थी या सही। बजाते रहें मानवाधिकार वाले अपना ढोल कि पैर पर गोली मार कर जख्मी करते और पकड़ लेते। सियापे रोते रहें ढकोसलेबाज रूदाली ब्रांड सामाजिक एक्टिविस्ट कि मारे गए अपराधियों के गरीब माँ बाप/परिवार का क्या होगा, वो घर में कमाने वाले … Read more

हर किसी को नहीं मिलता यहां प्याज जिदंगी में

हर किसी को नहीं मिलता यहां प्याज जिन्दगी में। अब काटने में आंसू आने से पहले खरीदने में रोना आ जाता है। आप एप्पल खा सकते हैं। अनार खा सकते हैं या कोई और फल। लेकिन अब प्याज खाने की मत सोचिए, क्योंकि फल आपको ₹80 किलो तक मिल जाएंगे। लेकिन प्याज शतकवीर हो चुका … Read more

नगर सेठ

एक नगर के नगर सेठ ने अपनी ओर से शमशान घाट पर जलाऊ लकड़ियांँ गरीबों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध करा रखी थीं । उनके विदेश चले जाने के बाद जो नगर सेठ कहलाए उन्होंने अपनी जीनिंग फेक्ट्री की लोहे की ट्राली नि:शुल्क उपलब्ध करा रखी थी। जो शव वाहिनी के काम में व लकड़ी घाट … Read more

किडनी के लिये योग थेरेपी का अनूठा केन्द्र

मानव शरीर को निरोगी, नियोजित रखने एवं कई आवश्यक नियामक भूमिकाएँ निभाने के लिए किडनी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। रक्त के संतुलित प्रवाह, उसकी शुद्धि, उसे परिवर्तित और दूषित रक्त को खत्म करने में किडनी ही सक्रिय एवं सहायक होती हैं। आजकल हमारे जीवन में किडनी रोग बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं, इस … Read more

कितने तरह की होती है मौत?

भारतीय धर्म और दर्शन में बताई गई है आठ प्रकार की मृत्यु ========================================== मौत के आठ प्रकार माने गए हैं। केवल शरीर से प्राण निकलना ही मौत की श्रेणी में नही आता है अन्य प्रकार के कारण भी मौत की श्रेणी में आते हैं। इन आठ प्रकार की मौत का विवरण इस प्रकार से है- … Read more

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