आज से 54 साल पहले की दिल्ली : जैसा मैने देखा (भाग-1)

आज से 54 वर्ष पूर्व यानि 1961 में मैं एक 17-18 वर्ष का नवयुवक था और राजस्थान की ह्रदयस्थली ब्यावर में राजकीय सनातन धर्म महाविद्यालय में फर्स्ट इयर त्री वर्षीय पाठयकर्म (विज्ञान-गणित) की परीक्षा दे चुका था | काफी सालों से मेरे मन में देश की राजधानी दिल्ली को देखने की बहुत तमन्ना थी | … Read more

क्या वसुंधरा को हटाने का माहौल बनाया जा रहा है?

एक ओर ललित मोदी के कांड में राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे को भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व निर्दोष मान रहा है तो वहीं 9 जुलाई को वसुंधरा की नाक के नीचे जयपुर में ही चक्का जाम हुआ। यह चक्काजाम भी वसु सरकार में शामिल मंत्री और विधायक कर रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है … Read more

गिरगिट भी शरमा जाए

राजनीति में नेताओं के बयान बदलने में बेशर्मी को देखते हुए शायद गिरगिट को भी शर्म आ जाए। मंगलवार को गृृहमंत्री राजनाथ सिंह व मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंपने की जरूरत से इंकार किया और कहा कि हाईकोर्ट की देखरेख में एसटीएफ की जांच पर्याप्त है। लेकिन … Read more

शर्म तो हेमा मालिनी को आनी चाहिए

मथुरा से भाजपा की सांसद और फिल्म अभिनेत्री हेम मालिनी ने 8 जुलाई को एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में हेमा ने गत 3 जुलाई को राजस्थान के दौसा में हुई सड़क दुर्घटना के संदर्भ में कहा कि जिस डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत हुई, उसके लिए मैं नहीं बल्कि बच्ची का पिता हनुमान … Read more

भारती चंदवानी की रचनाएं

1. काली स्याह रातों में वेदना की लपटो में जलना तुम्हारा और दिल का तड़पना नर्म आँचल के लिए की दूर कही,गगन में… करता है एक टूटता तारा साजिश माँ आज ज़मीन पर उतर आती है ख्वाबों में ही सही माँ आज तुम्हारें सिरहाने होती है। 2. कंकरीट के फैलते जंगलों में आदमी का बैर … Read more

गरीबी का ‘नशा’ ….!!

-तारकेश कुमार ओझा- अल्टीमेटली आप कह सकते हो कि वह दौर ही गरीब ओरिएटेंड था।गरीबी हटाओ का नारा तो अपनी जगह था ही हर तरफ गरीबी की ही बातें हुआ करती थी। राजनीति हो या कोई दूसरा क्षेत्र । गरीबी के महिमामंडन से कोई जगह अछूता नहीं था। लिटरेचर उठाइए तो उसमें भी एक से … Read more

राजन जयपुरिया की रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनुवाद

राजन जयपुरिया चादर ख़्वाबों के ताने, और यादों के बाने लेकर जुलाहा वक़्त का सन्नाटे की चादर बुनता है उसे सफ़ेद चाहों और स्याह आहों से रंग देता है रंगरेज बेवक़्त का फिर मुहब्बत और नफ़रत के बाज़ार में इज़्ज़त और रुस्वाई की क़ीमत पर बेच देता है उसे बजाज गर्दिश का ! पता: PK … Read more

WITH FALLING PRICES SECTOR HOPEFUL FOR BETTER SECOND HALF OF 2015

– S L Talwar- For the past half-decade, the real estate sector had been reeling heavily under the severe pressure of decreasing demand, slowdown in economy and soaring property prices across the country, primarily in metro regions such as Delhi/NCR, Bengaluru, Kolkata, Mumbai and others. It was just a matter of time when the saturation … Read more

देश में ‘ विदेश ‘ …!!

-तारकेश कुमार ओझा- ​किसी बीमार राजनेता व मशहूर शख्सियत के इलाज के लिए विदेश जाने की खबर सुन कर मुझे बचपन से ही हैरत होती रही है। ऐसी खबरें सुन कर मैं अक्सर सोच में पड़ जाता था कि आखिर जनाब को ऐसी क्या बीमारी है, जिसका इलाज देश में नहीं हो सकता। शायद विदेश … Read more

चौकीदार के भरोसे नहीं रहें

साल एक भर पहले ही एक चौकीदार रखा था …. बंदा स्मार्ट दिखता था – चुस्त चपल हाज़िर जवाब …. हाथ जोड़ कर कहता था मालिक सेवा का मौका दें – मैं सारी व्यवस्था चाकचौबंद रखूंगा और तिजोरी पर किसी का पंजा नहीं पड़ने दूंगा …. कई लोगों ने उसकी सिफारिश भी करी थी !!!! … Read more

मजीठिया के लिए लड़ाई कर रहे साथियों के लिए मेरी ओर से लिखा गया पत्र

साथियों, हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं है। हम सभी इस शक्तिशाली तंत्र से लड़ रहे हैं। हमारे मन में अन्याय के प्रति आक्रोश तो हो लेकिन ऐसे कोई विचार लिखित रूप में व्यक्त न करें जो उनके लिए हमारे खिलाफ सबूत बने। हम सब फ़िलहाल कानूनी जंग लड़ रहे हैं सशस्त्र लड़ाई नहीं। आप … Read more

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