एक पाती केजरी बाबू के नाम
लख्ते ज़िगर केजरी बाबू, जय आम आदमी की! चाचा बनारसी की आदत है सबको ‘जय रामजी की’ कहने की। लेकिन बचवा, तोके अगर हम ‘जय रामजी की’ कह देंगे तो तोहरे सेकुलरिज्म पर खतरा पैदा हो जायेगा। इसलिये तोरे भलाई के खातिर हम रामजी का परित्याग कर दिये हैं। तोहार कुर्सी बनल रहे, ओह बदे झूठ-सांच, वचन-पालन, वचन-भंग, भ्रष्टाचार, … Read more