भक्‍त पत्रकार और नरेंद्र मोदी की काल्‍पनि‍क मुलाकात

-राहुल पांडेय- पाठकों की सुवि‍धा के लि‍ए पत्रकार का नाम हम महर्षि रख लेते हैं। महर्षि ने दो दि‍न पहले ही फेसबुक पर घोषणा कर दी थी कि मोदी आ रहे हैं, बहुत दि‍नों बाद उनसे मि‍लना हो रहा है। (हालांकि मोदी की ओर से उन्‍हें टाइम नहीं दि‍या गया था, इसलि‍ए डर भी लग रहा … Read more

शिक्षा एवं स्वालम्बन से होगा महिला विकास

-किरण माहेश्वरी- महिलाओं की समस्याऐं एकाकी नहीं है। वे समग्र समाज की समस्याऐं है। मध्यकाल महिलाओं की दृष्टि से भारतीय इतिहास का काला कालखण्ड है। इस काल में महिलाओं को शिक्षा, सम्मान एंव स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया था। उन पर विवेक शून्य एवं अमानुषिक प्रतिबंध लगा दिए गए थे। घर परिवार में उन … Read more

क्या मुसलमान वोटर अपना भला बुरा समझने में सक्षम नहीं है ?

-राजेन्द्र सिंह हीरा- “आज एक खबर पढ़ी कि मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान , मोहन भागवत व राजनाथ से मिले और मिलकर पी एम पद के उम्मीदवार का ऐलान न करने का आग्रह किया । उनका कहना है कि मध्य प्रदेश में नवम्बर में चुनाव होने वाले हैं और 30 सीटों पर अल्पसंख्यकों … Read more

घटना अतीत बन गई

‘क्या हुआ?’ ‘कुछ घटा है।‘ ‘किसके साथ घटा है?’ ‘पता नहीं!’ कहकर भीड़ जमा हुई। वारदात पर पुलिस आई ‘तहक़ीक़ात होगी’ कहकर वह अगले पड़ाव के लिए रवानी हुई… और फिर भीड़ छंट गई ऐसे जैसे कुछ हुआ ही न था! बस आज की घटी घटना अतीत बन गई! -देवी नागरानी

श्रीलंका सरकार को अपनी छवि से ऊपर उठने की जरुरत

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्लय अगस्त माह के अंत में एक सप्ताह के तथ्य खोजने के मिशन पर श्रीलंका की यात्रा पर गई. वास्तव में श्रीलंका सरकार संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त की यात्रा को लेकर शुरू से ही उत्साहित नहीं थी, पर अंतरराष्ट्रीय दवाब के कारण उसे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त की इस यात्रा … Read more

नीति निर्माताओं का मानना है; सिर्फ भगवान ही हमारी अर्थव्यवस्था की सहायता कर सकता है

स्तम्भकार तवलीन सिंह सोनिया-विरोधी नहीं है। फिर भी गत् सप्ताह इण्डियन एक्सप्रेस के रविवारीय संस्करण (1 सितम्बर, 2013) के अपने नियमित स्तम्भ में उन्होंने (आइए, सोनिया के बारे में बात करें) “Let’s talk about Sonia” शीर्षक वाले अपने लेख की शुरुआत निम्न टिप्पणी से की है: ”निराशा के इतने घने बादल छाए हुए हैं इन … Read more

कैसे होते हैं सितंबर माह में जन्मे जातक..

आपका जन्म किसी भी साल के सितंबर महीने में हुआ है तो एस्ट्रोलॉजी कहती है कि आप दिल के अत्यंत उदार है लेकिन एक अजीब तरह की सनक आपमें पाई जाती है। अपने आप से आपको इतनी मोहब्बत होती है कि कोई थोड़ा सा भी आपके विरूद्ध कुछ कह दें तो आप भड़क उठते हैं। … Read more

उर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग की जरूरत

पेट्रोलियम मन्त्री ने यह सुझाव दिया था कि रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल नहीं मिले. उनका विचार था कि इससे पेट्रोल की खपत कम होगी. उनकी यह सोच सही नहीं थी, बल्कि उनका यह कदम उठाया जाता तो पेट्रोल की काला-बाज़ारी बढ़ती. हालाँकि बाद में उन्होंने इस तरह … Read more

कहने को देश में लोकतंत्र है किन्तु इसमें आम नागरिक की कोई सक्रीय भागीदारी नहीं

श्री मनमोहन सिंह जी, प्रधान मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली मान्यवर, नीतिगत मामले : अधिकारों का प्रत्यायोजन एवं जन शिकायतों का निवारण मैं आपको यह स्मरण करवाने की आवश्यकता नहीं समझता कि आपकी लोकप्रिय सरकार ने “शिकायत निवारण तंत्र लोक शिकायत निवारण 2010 हेतु दिशा-निर्देश” जारी किये हैं और इसकी अनुपालना में शिकायत निवारण अधिकारी … Read more

न्यू मीडिया का अंधकारमय भविष्य

-विकास कुमार गुप्ता- वैसे तो मीडिया के तारीफों को लेकर बहुत से सिद्धान्त है और मीडिया की वीरता के बहुत से बखान है। वाशिंगटन पोस्ट से लेकर जापानी मीडिया तक के। लेकिन न्यू मीडिया की कहानी भी कुछ कम नहीं। भारत जैसे विकासशील देश में लगभग 7 करोण 44 लाख उपयोगकर्ताओं में व्याप्त न्यू मीडिया न … Read more

हठों हठों में हठ मच्छर हठ!

खुले बाजारीकरण के इस युग में जहां रोजाना कोई न कोई दिवस मनाया जा रहा है, इसी क्रम में गत 20 अगस्त को आपने भी विश्व मच्छर दिवस मनाया होगा क्योंकि 20 अगस्त 1897 को ब्रिटिश डाक्टर सर रॉनाल्ड रोष ने यह खोज की थी कि मैलेरिया फैलाने में मादा मच्छर की अहम भूमिका होती … Read more

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