दशहरे को मनाये स्नेह,विनम्रता,सोहार्द के संकल्प पर्व के रूप में पार्ट 1
निसंदेह दशहरा जीवन में काम,क्रोध,लोभ,मद,मोह,मत्सर,अहंकार,आलस्य,हिंसा, अधर्म एवं चोरी को त्याग कर स्नेह,विनम्रता,सोहार्द को अपनाने का संकल्प लेने का पर्व है |’दश’ व’ हरा’ से मिलकर दशहरा बना है | निसंदेह दशहरा का अर्थ भगवान राम के द्वारा रावण के दसों सिरों यानि दसों पापों यथा काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और … Read more