आपको जागना पड़ेगा….

त्रिवेन्द्र पाठक
नमस्कार मित्रों,
मैं त्रिवेन्द्र कुमार पाठक आज आप सभी से कुछ सवाल करना चाहता हु जिसके उत्तर आप मुझे कमेंट बॉक्स में दे सकते है….
अजमेर का इतिहास राजस्थान में सबसे प्राचीन रहा है और अजमेर राजस्थान का सबसे प्राचीन शहर भी कह दिया जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. यहाँ हम महाराजा अजयराज चौहान के समय अजमेर को पहचानते है और पूरा विश्व अजमेर को भारत के एक बड़े शहर के रूप में जानता है. अजमेर चौहान साम्राज्य की राजधानी रहा है. उसके बाद मुस्लिम शासकों ने अजमेर को राजपुताना की राजधानी के रूप में रखा. और उसके बाद अंग्रेजों ने भी अजमेर को राजपुताना में अपना शासन करने के लिए प्रमुख केंद्र बनाया. जो की 1956 तक भारत की सत्ता में अपनी अहमियत बनाये हुआ था.
अजमेर में आनासागर झील, फायसागर झील, बीचला तालाब तथा हमारी आस्था की प्रतीक पुष्कर सरोवर इसकी सुन्दरता के लिए जानी और पहचानी जाती रही है. और यहाँ आनासागर झील के निकट ही सुभाष उधान और बारादरी भी दर्शनीय स्थल है.. नागपहाड़ से धीरे होने के कारण इसकी सुन्दरता और भी बढ़ जाती है. इसके अतिरिक्त चौपाटी भी आंकर्षण का एक प्रमुख केंद्र बनी है जो की अभी कुछ वर्षों पूर्व ही निर्मित की गयी…
इसके अलावा पास ही धार्मिक नगरी पुष्कर के कारण अजमेर को हिन्दू समुदाय के प्रमुख धार्मिक स्थलों में सम्मिलित किया जाता है. इसके अतिरिक्त इसे मुस्लिम समुदाय के संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के कारण मुस्लिम समुदाय का भी पवित्र स्थल माना जाता है. और अंग्रेजो के यहाँ निवास और शासन के दोहरान काफी संख्या में यहाँ इसाई समुदाय को लोग निवास करते थे और आज भी कर रहें हैं के भी यहाँ चर्च काफी संख्या में मौजूद है… उसके बाद भी अजमेर एक धार्मिक सद्भावना का केंद्र रहा जिसके कारण अजमेर में आये अन्य जिलों के सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भी यही निवास कर इसे अपनाया और अजमेर ने सभी को सहर्ष यहाँ स्वीकार किया…
लेकिन इतने सब कुछ अजमेर में होने के बाद भी आजादी के बाद अजमेर को वो गौरव कभी नहीं मिला जितना अजमेर को मिलना चाहिए था उसके कारणों की विवेचना के बजाय मैं सिर्फ इतना भी कह दूँ की यहाँ कोई राजपरिवार नहीं था तो भी काफी होगा. जयपुर राजघराने के कारण जयपुर को राजधानी बनाया गया. लेकिन वो अब इतिहास है जिसे बदला नहीं जा सकता और जयपुर में चारों और फैलने की जगह भी काफी थी तो वो आज की स्थिति के अनुसार ठीक भी प्रतीत होता है… अब ये सब जो मैंने ऊपर बताया ये सब कुछ प्रस्तावना थी की मैं आज आपसे मेरे प्रश्न पूछ सकूँ और जिनको अजमेर के गौरव का ज्ञान नहीं है वो जान सके की अजमेर क्या है….
प्रश्न १- आज अजमेर राजस्थान में कौनसे नंबर पर आता है?
प्रश्न २- पहला हमने छोड़ भी दिया किन्तु दूसरा भी नहीं क्यूँ?
प्रश्न ३- हमारी पुष्कर झील आज भी गंदे घाटों पर सफाई का इंतजार कर रही है क्यूँ?
प्रश्न ४- हमारी फायसागर झील आज विलुप्त होने की और अग्रसर है और कोई उस पर ध्यान नहीं दे रहा है क्यूँ?
प्रश्न ५- एलिवेटेड रोड बनाने की बातें हम काफी समय से सुनते आ रहे है उसे शुरू किये जाने में देरी क्यूँ हो रही है?
प्रश्न ६- हम कुछ समय पहले तक राजस्थान में शिक्षा के दृस्तिकोण से प्रथम स्थान पर थे वो भी हमने खो दिया जबकि माननीय शिक्षा मंत्री हमारे अजमेर से ही विधायक हैं, क्यों?
प्रश्न ७- हमारे अजमेर के चिकित्सालय में हमे चिकित्सा की गुणवत्ता व मशीनरी नहीं मिल पा रही है क्यूँ? जबकि मेडिकल कॉलेज भी हमारे पास है, विशेषज्ञ भी हैं, फिर भी क्या कारण है की हमें चिकित्सा के लिए भीलवाडा या जयपुर या अन्यत्र अच्छी चिकित्सा के लिए जाना होता है. इसके क्या कारण है.. ये मैं आप लोगों से जानना चाहता हूँ. क्या कारण है की हमे चिकित्सकों से घर जाकर परामर्श लेना पड़ता है क्यूँ वो हॉस्पिटल में वो सेवा नहीं दे पा रहे?
प्रश्न ८- हम जब किसी कार्यालय में जाते है अपने काम से और वहां बैठे अधिकारी या कर्मचारी जब हमे कहते है की इंतजार करो, थोड़ी देर में आओ, कल आना, तुम्हारा काम हो रहा है समय लगेगा, कुछ पूछने पर वो भड़क जाते है और हम कुछ नहीं कर पाते क्यूँ?
मित्रों ऐसे बहुत से प्रश्न मेरे जगह में है की क्यूँ? अब आप सोच रहे हो की ये सब प्रश्न में आपसे क्यूँ पूछ रहा हूँ… तो आप बताओ इन प्रश्नों का उत्तर और कौन देगा… आपको पता है लोकतंत्र है और लोकतंत्र में लोगो का जनता का शासन होता है मतलब की जनता ही राजा होती है…. और जब राज आपका है तो प्रश्न भी आपसे ही पूछने चाहिए… और आपको जवाब भी देना पड़ेगा…
मुझे पता है आज आप मेरे सवालों का जवाब नहीं दे सकते… पता है क्यूँ? आपको पता है फिर भी आप जवाब नहीं दे सकते….
क्योंकि आप लोगों ने लोकतंत्र को पार्टीतंत्र बना दिया है, आप वो सब लोग है जो लोकतंत्र को जानना ही नहीं चाहते की लोकतंत्र वास्तव में है क्या? और जब तक आप इसे जानेगे नहीं कुछ भी नहीं हो सकता… सरकारें आती है आती रहेंगे आपकी बातें होती है होती रहेंगी पर आप वही रहेंगे जहाँ है जब तक आप जागेंगे नहीं… आपको जागना होगा… आपको ये लोग प्रलोभन देते है देते रहेंगे, आप अपने निजी स्वार्थ में फंसकर जातिवादी गणित लगाकर फिर अपने समाज के नेताओं के भरोसे पर नयी सरकार बनायेंगे फिर वही होगा जो अब तक हुआ है… अब इसे परिवर्तित कीजिये… जागिये, समझिये… ये लोकतंत्र है आपका शासन है…. वोट एक जिम्मेदारी है आपकी आपके देश आपके राज्य और आपके शहर के प्रति… आपको लगता है की आपके यहाँ वास्तव में कोई योग्य उम्मीदवार नहीं है तो आप बहिस्कार कीजिये इस व्यवस्था का…. लेकिन आपको जागना पड़ेगा…. मैं इतने समय से लिखता आ रहा हूँ किसी को लगता होगा ये नेता हो गया लेकिन ऐसा नहीं है…. मैं जब ये व्यवस्थाएं देखता हूँ तो दुःख होता है की एक व्यक्ति जिसकी जान पहचान है उसका काम हो जाता है और जो गरीब है जिसकी जान पहचान नहीं है जिसके पास धन नहीं है देने को वो बेचारा सिर्फ इंतजार करता है तो दुःख होता है आपको भी होता होगा वही मुझे भी होता है मैं उसे लिख कर, आप लोगों से मिलकर उसे बाँट लेता हूँ आप लोग सिर्फ ये सोचकर की हमे क्या मतलब अपने काम में लग जाते हो… यदि इस बार भी आप जागोगे तो भी ज्यादा देर नहीं हुयी है… लेकिन बड़े दुःख के साथ मैं ये कहता हूँ की जहाँ दुसरे जिले आज अजमेर से कही आगे निकल गए विकास की इस दौड़ में अजमेर हमेशा उल्टी दिशा की और गया….
मैं अब इससे ज्यादा आज आपको कुछ नहीं कह पाउँगा मैंने ये सब रो रोकर लिखा है आप कैसे पढेंगे मैं नहीं जानता पर आप इसे पढेंगे और बदल जायेंगे तो मेरा लिखना सफल हो जायेगा और आपका पढना सफल हो जायेगा और आप इसे अमल लायेंगे मैं आपसे वादा करता हूँ हमारा शहर बदल जायेगा ये सभी समस्या जो है वो ठीक हो जायेंगी और आगे से ऐसी समस्याएँ कभी नहीं आएँगी ये मैं आपसे वादा कर सकता हूँ…. लेकिन आप इस युद्ध में आगे आयें मेरा साथ दें…
जय हिन्द
त्रिवेन्द्र कुमार पाठक
+91-9782008304

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