दिशा का सही आंकलन ही करता है सही वास्तु का निर्माण

वास्तु शास्त्र की मुख्य अवधारणा पृथ्वी की चुम्बकीय शक्ति पर आधारित है। पृथ्वी एक महाचुम्बक है,जिसका प्रभाव पृथ्वी पर निवास करने वाले प्रत्येक प्राणी पर पड़ता है।वास्तु निर्माण करने से पूर्व प्लाट का सीमांकन करने के बाद उपयुक्त दिशा का अंकन कर लेना चाहिए।जिस प्रकार एक चुम्बक को तोड़ने पर उतने ही नए चुम्बक बन … Read more

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