हिन्दी की उदारता, नवनीयता ने ही उसे विश्वभाषा बनाया: डाॅ.मूलचंदानी
बीकानेर 14 सितम्बर। हिन्दी के विकास को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। विश्व व्यापी व्यवस्था में हिन्दी का स्वतः ही विकास हो रहा है। हिन्दी की इसी उदारता, नवनीयता ने उसे विश्वभाषा बनाया है। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट अनुसंधान केन्द्र में आयोजित हिन्दी सप्ताह के उद्घाटन पर मुख्य अतिथि एवं … Read more