देर आयद नीतीश

-राजेन्द्र राज- जिसकी संभावना कई दिनों से थी, रविवार को उस पर मुहर लग गई। बिहार में सात साल से सरकार चला रहे 17 साल पुराने दोस्तों की राहें अब जुदा हो गई। कल तक वे गलबहियां कर रहे थे। अब वे एक-दूसरे के गले पर छुरियां चलाएंगे। एक बार फिर साबित हो गया कि राजनीति … Read more

मोदी से पंगे का अंजाम बना गठबंधन का अंत

–संजीव पांडेय– आखिरकार 17 साल पुराना राजनीति का वैवाहिक संबंध टूट गया। इससे पहले नितिश कुमार ने कहा था दुआ देते है जीने की, दवा देते है मरने की। इस शायराना अंदाज को ब्ययान करते हुए नितिश जरूर उन दिनों को याद कर रहे होंगे जब भाजपा के ही एलके आडवाणी और अरूण जेतली के कहने … Read more

तो संघ अब खुली राजनीति करने पर आ गया

– पुण्य प्रसून बाजपेयी- चुनाव की चुनौती, विजय का संकल्प और नरेन्द्र मोदी की नियुक्ति। 2014 के लिये नरेन्द्र मोदी को प्रचार अभियान समिति का चेयरमैन घोषित हुये राजनाथ सिंह ने यही तीन लकीर खींची। लेकिन इस ऐलान के 24 घंटे पूरे होने से पहले ही लालकृष्ण आडवाणी ने चुनौती और संकल्प का मिजाज उठाकर राजनाथ सिंह … Read more

मोदी को चर्चा में बनाये रखने की तरकीब

–वीरेन्द्र जैन- बदनाम भी होंगे तो क्या नाम न होगा? लोकप्रियतावाद के शिकार लोकतंत्र में भाजपा इसी सिद्धांत से काम करती है इसलिए हर तरह की लोकप्रियता को भुनाने के लिए विख्यात और कुख्यात दोनों तरह के चर्चित लोगों के सहारे वोटों के फल झड़ाने का जतन करती है। शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद खन्ना, दीपिका चिखलिया, दारा … Read more

आडवाणी की वे चार मांगें जिन्हें मानने को मजबूर हुआ संघ

–समीर चौगांवकर, नागपुर– आखिरकार आडवाणी ने वह आश्वासन हासिल कर लिया जिसे हासिल करने के लिए वे पिछले चार दिनों से स्वनिष्कान पर चले गये थे। मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने जब यह घोषणा की कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन राव भागवत से बातचीत के बाद आडवाणी जी मान … Read more

‘आडवाणी संकट’ से मुक्ति मिलने के आसार नहीं

-वीरेंद्र सेंगर- भाजपा के शीर्ष पुरुष समझे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी ने भले तमाम मनुहार के बाद इस्तीफा वापस ले लिया हो, लेकिन पार्टी को अभी पूरी तौर पर ‘आडवाणी संकट’ से मुक्ति मिलने के आसार नहीं हैं। क्योंकि, जिन वजहों से व्यथित होकर उन्होंने पार्टी के सभी प्रमुख पदों से इस्तीफा दिया था, उनका कोई … Read more

अपनी गर्दन बचाने के लिये भाजपा की गर्दन फँसा दी मोदी ने

-अमलेन्दु उपाध्याय- भारतीय जनता पार्टी में बहुत खुशी का माहौल है। बस ऐसा कि मानो नरेन्द्र दामोदर भाई मोदी अभी-अभी पहली और आखिरी बार स्वतन्त्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहरा रहे हों। इस खुशी के माहौल में भीतर ही भीतर अजीब किस्म की भयावह खामोशी और शंकायें भी हैं जो लाख छिपाने के … Read more

मोदी नहीं मोहन से लड़ रहे हैं आडवाणी

भारतीय जनता पार्टी के भीतर लालकृष्ण आडवाणी द्वारा अपने सभी पदों से इस्तीफा दिये जाने के बाद भाजपा के भीतर भूचाल आ गया है। सोमवार को पूरे दिन कवायद होती रही और दिल्ली से लेकर नागपुर के बीच हाटलाइन संपर्कों के जरिए इस भूचाल से असर को कम करने की कोशिश की जाती रही। इस … Read more

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अश्वमेध यज्ञ बाधित

-पलाश विश्वास- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिंदूराष्ट्र के संघ परिवार का  अश्वमेध यज्ञ बाधित हो गया. आडवाणी ने बीजेपी कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से इस्तीफा दे दिया है. हिंदुत्व के देवादिदेव लालकृष्णआडवाणी के महाविद्रोह से संघपरिवार , उसका राजनीतिक अवतार भाजपा और केंद्र में सत्ता का प्रबल दावेदार राजग एकमुशत संकट में हैं. … Read more

क्या हासिल किया भाजपा ने आडवाणी को बेइज़्ज़त कर?

-अभिरंजन कुमार- आडवाणी को आज लग रहा होगा कि अगर 2002 में उन्होंने वाजपेयी की बात मान ली होती, तो आज उन्हें यह दिन नहीं देखना पड़ता। 2002 के गुजरात दंगे के बाद वाजपेयी महसूस कर रहे थे कि मुख्यमन्त्री द्वारा राजधर्म का पालन नहीं किया जा रहा है और उन्हें हटा दिये जाने की ज़रूरत … Read more

बार-बार हिट विकेट होने पर क्यों आमादा है भाजपा?

-तारकेश कुमार ओझा- क्रिक्रेट के मैदान में तेजी से रन बनाने के चक्कर में आपने कई खिलाडि़यों को हिट विकेट होते देखा होगा। राजनीति के मैदान में काफी हद तक ऐसी स्थिति भारतीय जनता पार्टी की नजर आ रही है। अटल बिहारी वाजपेयी के स्वणिर्म काल को छोड़ दें, तो 2004 से पार्टी नेता सत्ता पाने … Read more

error: Content is protected !!